लखनऊ विवि संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा काउंसलिंग की तैयारियों में लगा हुआ है। प्रथम चरण में एक लाख अभ्यर्थियों को शामिल करने और १६ दिनों में इसे पूरा कर लेने की विश्वविद्यालय की योजना है। काउंसलिंग लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, आगरा, झांसी, बरेली, मेरठ, जौनपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर व फैजाबाद के १४ नोडल सेंटरों पर होगी। गौरतलब है कि सत्र २०१०-११ में आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का परिणाम १९ जुलाई को घोषित हुआ। काउंसलिंग की प्रस्तावित तिथि २५ जुलाई थी। परिणाम आने के बाद पेचीदगी इतनी बढ़ गई है कि इस तिथि से काउंसलिंग करा पाना संभव नहीं हो पा रहा है। दरअसल, बीएड काउंसलिंग फुल प्रूफ बनाने के लिए विवि प्रशासन कुछ तकनीकी कदम उठा रहा है। इस बार सीट लॉक करते समय काउंसलर, समन्वयक या संबंधित अधिकारी के डिजिटल हस्ताक्षर कराने की व्यवस्था लागू किए जाने की तैयारी है। समस्या यह है कि नई व्यवस्था के बारे में निर्णय काफी विलंब से लिया गया। अब विश्वविद्यालय समस्त नोडल सेंटरों से समन्वयकों एवं काउंसलरों के डिजिटल हस्ताक्षर बटोर रहा है।
इस बार शासन ने सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों की फीस भी काउंसलिंग सेंटर पर ही जमा कराने का फैसला किया है। सरीन कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप शासन ने ३०,५०० केलगभग सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों की भी बीएड फीस तय कर दी है। लेकिन एकरूपता के लिए सबके आंकड़े भी मंगा रहा है। यह जिम्मा भी लविवि को सौंपा है। बीएड सीटों की स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो सकी है। फिलहाल लविवि सीटों की संख्या लगभग एक लाख मानकर काउंसलिंग की तैयारी कर रहा है। निजी कालेजों में आरक्षण लागू न किए जाने के हाईकोर्ट के आदेश से भी काउंसलिंग की तिथि खटाई में पड़ गई है। हाईकोर्ट में पक्ष प्रस्तुत करने के बाद ही शासन काउंसलिंग के मूड में है। इसलिए काउंसलिंग ९ अगस्त के बाद ही होने की संभावना जताई जा रही है। काउंसलिंग का बजट वित्त समिति से पास हो चुका है। काउंसलिंग लेटर का प्रारूप तैयार हो चुका है। तिथि घोषित होते ही डाक से लेटर भेजना शुरू हो जाएगा(अमर उजाला,लखनऊ,24.7.2010)।
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