डीयू और आईपी के अलावा भी काफी ऐसे कोर्सेज हैं, जो करियर को एक अलग दिशा दे सकते हैं। बियॉन्ड डीयू में आज हम जिस कोर्स की बात कर रहें हैं वह है जर्नलिज्म। यह कोर्स वैसे तो काफी यूनिवर्सिटी और इंस्टिट्यूट रेगुलर ऑफर करते हैं, लेकिन इसे डिस्टेंस लर्निंग से करने का भी ऑप्शन मौजूद है।
मास कम्यूनिकेशन
आज के समय में यूथ के बीच सबसे पॉपुलर कोर्स में से एक है, जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन। यह जरूरी नहीं है कि इस कोर्स को करने के बाद आप केवल न्यूजपेपर या न्यूज चैनल में ही जॉब कर सकते हैं। यह कोर्स पब्लिक रिलेशन, एंकरिंग, एडिटिंग और इसके अलावा भी काफी फील्ड में जॉब के ऑप्शन सामने रखता है।
इसके सिलेबस में एडवरटाइजमेंट, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, फिल्म मेकिंग, पब्लिशिंग एंड प्रिंटिंग, पब्लिक रिलेशन, रेडियो जॉकिंग, विडियो एडिटिंग के अलावा भी मीडिया का हर पहलू शामिल होता है। ज्यादातर स्टूडेंट्स चाहते हैं कि उन्हें डीयू से बैचलर इन जर्नलिज्म में एडमिशन मिल जाए, लेकिन ऐसा मुमकिन नहीं हो पाता।
इसका मुख्य कारण है कि यह कोर्स डीयू के सिर्फ 5 कॉलेज ही ऑफर करते हैं। ऐसे में सभी के लिए इस कोर्स में एडमिशन ले पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। साथ ही इस कोर्स के लिए डीयू की सिलेक्शन प्रोसेस भी टफ है।
अगर डीयू के इस कोर्स में एडमिशन न मिल पाए, तो इसका मतलब यह नहीं है कि अब इस कोर्स को कहीं और से किया ही नहीं किया जा सकता। आईपी यूनिवर्सिटी भी यह कोर्स ऑफर करती है। यह दोनों यूनिवर्सिटी ही इस कोर्स के लिए काफी पॉपुलर हैं।
दोनों यूनिवर्सिटी के अलावा भी कई अन्य इंस्टिट्यूट यह कोर्स ऑफर करते हैं। एडमिशन प्रोसेस सभी इंस्टिट्यूट में अलग होती है। ऐसे में किसी भी कन्फ्यूजन से बचने के लिए अच्छा है कि इंस्टिट्यूट से कॉन्टेक्ट कर एडमिशन प्रोसेस जान लिया जाए। यह जरूरी नहीं है कि इस कोर्स को आप सिर्फ रेग्युलर ही कर सकते हैं। काफी यूनिवर्सिटी ऐसी भी हैं, जो डिस्टेंस लर्निंग से यह कोर्स ऑफर करती हैं। इनमें से गुरु घासिदास ओपन यूनिवर्सिटी और नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का नाम शामिल है।
सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स
फाइनेंशल मैनेजमेंट
डिस्टेंस लर्निंग में होने वाले कोर्सेज में से यह सबसे पॉपुलर है। इस कोर्स को करने के लिए रेगुलर क्लास करना जरूरी नहीं। जॉब करने वाले और पहले से कोई रेगुलर कोर्स करने वाले स्टूडेंट्स इस कोर्स को कर सकते हैं। इस कोर्स के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया वैसे तो यूनिवर्सिटी निर्भर करता है , लेकिन स्टूडेंट को कम से कम 12 वीं पास होना चाहिए।
काफी यूनिवर्सिटी ऐसी हैं जो डिस्टेंस लर्निंग से इस कोर्स को ऑफर करती हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई , डॉ . आंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी और नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट यह कोर्स ऑफर करता है।
टेक्सटाइल डिजाइनिंग
करियर के लिए ऑप्शन यहीं तक सीमित नहीं है। इसके अलावा भी काफी सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज ऐसे हैं , जो आपके करियर को एक अच्छी शुरुआत दे सकते हैं। इनमें से एक कोर्स है टेक्सटाइल डिजाइनिंग। यह कोर्स स्टूडेंट की क्रिएटिविटी पर भी निर्भर करता है। करियर पॉइंट से भी यह कोर्स काफी अच्छा है। काफी इंस्टिट्यूट यह कोर्स ऑफर करते है।
इन इंस्टिट्यूट के अलावा काफी यूनिवर्सिटी भी ऐसी है जोकि इस कोर्स को डिस्टेंस लर्निंग से करवाती हैं। इनमें से बंगलुरू यूनिवर्सिटी और अन्नामलाई यूनिवर्सिटी प्रमुख हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप गारमेंट मैन्युफेक्चरिंग कंपनियों , फैशन डिजाइनिंग एजेंसियों में काम कर सकते हैं। कई एक्सपोर्ट हाउस टेक्सटाइल डिजायनर्स की नियुक्ति होती है। इसके अलावा सरकारी और गैरसरकारी प्राइवेट सिल्क , हैंडलूम , खादी और जूट क्राफ्ट ऑर्गनाइजेशन में भी जॉब पा सकते हैं।
वेब प्रोग्रामिंग
अगर आप वेब प्रोग्रामिंग के बेसिक्स सीखना चाहते हैं , तो ऐसे इंस्टिट्यूट्स की कोई कमी नहीं , जहां से आप यह कोर्स कर सकते हैं। कई इंस्टिट्यूट शॉर्ट टर्म कोर्सेज भी करवाते हैं। जो स्टूडेंट्स इस कोर्स को रेगुलर नहीं कर सकते या फिर किसी और रेगुलर कोर्स के साथ इसको करना चाहते हैं , उनके लिए ऐसी यूनिवर्सिटी भी हैं जोकि यह कोर्स डिस्टेंस लर्निंग से ऑफर करती हैं।
इस कोर्स को करते हुए आपको इंटरनेट , एचटीएमएल , डीएचटीएमएल और स्टाइल शीट के बेसिक पढ़ाए जाते हैं। डिस्टेंस लर्निंग से यह कोर्स गुरु जांभेश्वर यूनिवर्सिटी से किया जाता है। इसके अलावा कई और इंस्टिट्यूट हैं , जो यह कोर्स ऑफर करते हैं(शिल्पी शर्मा,नभाटा,22.7.2010)।
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