डीयू के टॉप कॉलेजों ने भी ओबीसी कैटिगरी की सीटें भरने के लिए थर्ड कट ऑफ लिस्ट में 10 पर्सेंट मैक्सिमम गैप के फॉर्म्युले को अपना लिया है। नियमों के मुताबिक , जनरल और ओबीसी कैटिगरी की कट ऑफ में कॉलेज 10 पर्सेंट तक का गैप रख सकते हैं और थर्ड कट ऑफ लिस्ट में यह फॉर्म्युला काफी कॉलेजों ने अपनाया है। अधिकतर कॉलेजों की थर्ड लिस्ट में ओबीसी कैंडिडेट्स को गोल्डन चांस मिल रहा है। मैक्सिमम गैप के फॉर्म्युले को अपनाने वाले पॉपुलर कॉलेजों में लेडी श्रीराम , हिंदू , मैत्रेयी और आईपी समेत कई कॉलेज शामिल हैं।
लेडी श्रीराम कॉलेज में बीकॉम आनर्स के लिए जनरल कैंडिडेट्स को 94.5 पर्सेंट पर एडमिशन मिल रहा है , वहीं ओबीसी के लिए यह कट ऑफ 84.5 पर्सेंट रखी गई है। हिस्ट्री ऑनर्स में जनरल स्टूडेंट्स को 86.5 और ओबीसी स्टूडेंट्स को 76.5 पर्सेंट पर एडमिशन मिल रहा है। एलएसआर में फिलॉसफी ऑनर्स और साइकॉलजी ऑनर्स में 10 पर्सेंट गैप के साथ ओबीसी की लिस्ट 72.5 और 83.75 है।
एलएसआर में संस्कृत ऑनर्स कोर्स में 40 पर्सेंट पर ओबीसी स्टूडेंट एडमिशन ले सकते हैं। हिंदू कॉलेज ने भी कई कोर्सेज में ओबीसी स्टूडेंट्स को काफी छूट दी है। इंग्लिश ऑनर्स में जहां जनरल कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए केट स्कोर 81.3 है , वहीं ओबीसी स्टूडेंट्स को 71.3 पर एडमिशन मिल रहा है। फिलॉसफी ऑनर्स में 71-78 पर्सेंट वालों को ओबीसी कैटिगरी के तहत एडमिशन मिल सकता है। सोशॉलजी ऑनर्स में जनरल के लिए कट ऑफ 87-94 है और ओबीसी के लिए 77-84 है।
मैत्रेयी कॉलेज ने भी ओबीसी को बड़ी राहत दी है। यहां पॉपुलर इंग्लिश ऑनर्स कोर्स में जनरल के लिए कट ऑफ 83-85 पर्सेंट है , जबकि ओबीसी के लिए 73-75 है। आईपी कॉलेज में इंग्लिश ऑनर्स की बात करें तो 65 केट स्कोर करने वालों को ओबीसी में एडमिशन मिल रहा है , जबकि जनरल की लिस्ट 75 पर्सेंट है। यहां भी संस्कृत में 40 पर्सेंट वालों को एडमिशन मिल रहा है।
इसके अलावा दीनदयाल उपाध्याय , दयाल सिंह , कमला नेहरू , सत्यवती कॉलेज समेत कई कॉलेजों ने 10 पर्सेंट के फॉर्म्युले को अपनाया है। कॉलेजों का कहना है कि इस मैक्सिमम गैप को इसलिए अपनाया गया है ताकि ओबीसी की सीटें किसी तरह फुल हो सकें। अगर ये सीटें इतने गैप के बाद भी नहीं भरती हैं तो 6 अगस्त के बाद इन्हें जनरल कैटिगरी में कनवर्ट कर दिया जाएगा।
थर्ड कट ऑफ लिस्ट में जहां 27 से अधिक कॉलेजों में बीकॉम ऑनर्स के ऑप्शन खुले हुए हैं , वहीं करीब 37 कॉलेजों में बीए के भी ऑप्शन हैं। खास बात यह है कि साइंस के ऑनर्स कोर्सेज की डिमांड इस बार बढ़ती नजर आई है। काफी कॉलेजों में फिजिक्स और केमिस्ट्री ऑनर्स में हाउसफुल हो गया है। वहीं साइंस के जनरल कोर्सेज में सेकंड डिविजन पाने वालों के लिए भी मौकों की कमी नहीं है। 50 से 60 पर्सेंट वालों को भी कई कॉलेज एडमिशन दे रहे हैं(भूपेंद्र,नई दिल्ली,2.7.2010)।
लेडी श्रीराम कॉलेज में बीकॉम आनर्स के लिए जनरल कैंडिडेट्स को 94.5 पर्सेंट पर एडमिशन मिल रहा है , वहीं ओबीसी के लिए यह कट ऑफ 84.5 पर्सेंट रखी गई है। हिस्ट्री ऑनर्स में जनरल स्टूडेंट्स को 86.5 और ओबीसी स्टूडेंट्स को 76.5 पर्सेंट पर एडमिशन मिल रहा है। एलएसआर में फिलॉसफी ऑनर्स और साइकॉलजी ऑनर्स में 10 पर्सेंट गैप के साथ ओबीसी की लिस्ट 72.5 और 83.75 है।
एलएसआर में संस्कृत ऑनर्स कोर्स में 40 पर्सेंट पर ओबीसी स्टूडेंट एडमिशन ले सकते हैं। हिंदू कॉलेज ने भी कई कोर्सेज में ओबीसी स्टूडेंट्स को काफी छूट दी है। इंग्लिश ऑनर्स में जहां जनरल कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए केट स्कोर 81.3 है , वहीं ओबीसी स्टूडेंट्स को 71.3 पर एडमिशन मिल रहा है। फिलॉसफी ऑनर्स में 71-78 पर्सेंट वालों को ओबीसी कैटिगरी के तहत एडमिशन मिल सकता है। सोशॉलजी ऑनर्स में जनरल के लिए कट ऑफ 87-94 है और ओबीसी के लिए 77-84 है।
मैत्रेयी कॉलेज ने भी ओबीसी को बड़ी राहत दी है। यहां पॉपुलर इंग्लिश ऑनर्स कोर्स में जनरल के लिए कट ऑफ 83-85 पर्सेंट है , जबकि ओबीसी के लिए 73-75 है। आईपी कॉलेज में इंग्लिश ऑनर्स की बात करें तो 65 केट स्कोर करने वालों को ओबीसी में एडमिशन मिल रहा है , जबकि जनरल की लिस्ट 75 पर्सेंट है। यहां भी संस्कृत में 40 पर्सेंट वालों को एडमिशन मिल रहा है।
इसके अलावा दीनदयाल उपाध्याय , दयाल सिंह , कमला नेहरू , सत्यवती कॉलेज समेत कई कॉलेजों ने 10 पर्सेंट के फॉर्म्युले को अपनाया है। कॉलेजों का कहना है कि इस मैक्सिमम गैप को इसलिए अपनाया गया है ताकि ओबीसी की सीटें किसी तरह फुल हो सकें। अगर ये सीटें इतने गैप के बाद भी नहीं भरती हैं तो 6 अगस्त के बाद इन्हें जनरल कैटिगरी में कनवर्ट कर दिया जाएगा।
थर्ड कट ऑफ लिस्ट में जहां 27 से अधिक कॉलेजों में बीकॉम ऑनर्स के ऑप्शन खुले हुए हैं , वहीं करीब 37 कॉलेजों में बीए के भी ऑप्शन हैं। खास बात यह है कि साइंस के ऑनर्स कोर्सेज की डिमांड इस बार बढ़ती नजर आई है। काफी कॉलेजों में फिजिक्स और केमिस्ट्री ऑनर्स में हाउसफुल हो गया है। वहीं साइंस के जनरल कोर्सेज में सेकंड डिविजन पाने वालों के लिए भी मौकों की कमी नहीं है। 50 से 60 पर्सेंट वालों को भी कई कॉलेज एडमिशन दे रहे हैं(भूपेंद्र,नई दिल्ली,2.7.2010)।
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