गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ (आईपी) यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) कोर्स की भी एंट्री होने जा रही है। रोहिणी सेक्टर 15 में ईएसआई डेंटल कॉलेज में यह कोर्स शुरू होगा और आईपी यूनिवर्सिटी इसे एफिलिएशन देगी। अब तक आईपी यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस, पीजी लेवल और बीएससी ऑनर्स (नर्सिंग) कोर्स तो होते हैं लेकिन बीडीएस कोर्स नहीं था।
यूनिवर्सिटी ने मेडिकल एजुकेशन के साइकल को पूरा करने के लिए बीडीएस कोर्स को भी शुरू करने का फैसला किया है। यह कोर्स इसी सेशन में शुरू हो सकता है। यूनिवर्सिटी देख रही है कि किस तरह से इस कोर्स में एडमिशन प्रोसेस को शुरू किया जाए।
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रफेसर दिलीप के. बंदोपाध्याय ने बताया कि बीडीएस कोर्स की भी काफी डिमांड है और ईएसआई डेंटल कॉलेज में यह कोर्स शुरू करने की मंजूरी डेंटल काउंसिल ने दी थी। काउंसलिंग की मंजूरी के बेस पर ही आईपी यूनिवर्सिटी इस कोर्स को एफिलिएशन दे रही है।
प्रो. बंदोपाध्याय ने बताया कि आईपी का एमबीबीएस कोर्स अभी सफदरजंग हॉस्पिटल और आर्मी मेडिकल कॉलेज में है जबकि पीजी लेवल के कोर्स सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में है। इसके अलावा बीएससी ऑनर्स (नर्सिंग) का कोर्स भी तीन जगह चल रहा है। यानी मेडिकल एजुकेशन में ग्रैजुएशन और पोस्टग्रैजुएशन कोर्स चल रहे हैं और बीडीएस कोर्स भी लाने की पूरी तैयारी कर ली गई है।
जानकारी के मुताबिक, बीडीएस कोर्स में शुरुआत में 50 सीटें होंगी। हालांकि सीटों के बारे में यूनिवर्सिटी की ओर से अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा जा रहा है। यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ एफिलिएशन की मंगलवार को काफी देर तक मीटिंग भी चली है। मीटिंग में इस बात पर विचार किया गया कि बीडीएस कोर्स इस सेशन से शुरू किया जा सकता है या नहीं? इसके अलावा सीटों का की संख्या क्या रखी जाए? साथ ही एडमिशन प्रोसेस क्या हो?
दरअसल आईपी यूनिवर्सिटी में सभी कोर्सेज में एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट कंडक्ट किया जाता है और यह टेस्ट हो चुका है। इस टेस्ट के बेस पर यूनिवर्सिटी में काउंसलिंग प्रोसेस भी चल रहा है। ऐसे में यूनिवर्सिटी यह देख रही है कि क्या इस सेशन में ही बीडीएस कोर्स शुरू हो सकता है या फिर अगले सेशन के लिए प्लानिंग की जाए?(भूपेंद्र,नभाटा,दिल्ली,20.7.2010)
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