शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग नित नए-नए नियम विद्यालयों में लागू कर रहा है। विभाग ने फरमान जारी किया है कि नए सत्र में एडेड विद्यालयों में छात्रों के साथ ही शिक्षकों को भी दो बार हाजरी दर्ज करानी होगी। इस नियम के चलते छात्रों की तरह शिक्षक भी कक्षांए छोड़कर छुट्टी से पहले बाहर नहीं जा सकेंगे। उन्हें प्रधानाचार्य के समक्ष अंतिम पीरियड की हाजिरी देनी होगी। असल में यह व्यवस्था एडेड कालेजों में शिक्षकों की मनमानी एवं गुटबाजी पर अकुंश लागने के लिए की जा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सभी विद्यालयों को इस संबंध में एजेंडा भेज दिया गया है, कि प्रधानाचार्य विद्यालयों में गुटबाजी व मनमानी कर रहे शिक्षकों को चिन्हित कर सकारत्मक व्यवस्था करें। आदेश में कहा गया है कि छात्रों एवं शिक्षकों को प्रार्थना से पहले स्कूल पहुंचने और छुट्टी के बाद जाने के निर्देशावली तैयार की जाए। कक्षा में पहले पीरिएड और इंटरवल के बाद छात्रों की दो बार हाजिरी ली जाए और यही व्यवस्था शिक्षकों के साथ भी रखी जाए। प्रधानाचार्यों से कहा गया है कि वह ऐसे शिक्षकों को चिन्हित करें जो अक्सर कक्षाओं से बाहर घूमते रहते हैं और इधर-उधर बैठ कर गप्प लड़ाते नजर आते हैं। डीआईओस एसएस सिंह और डीआईओएस-2 विभा शुक्ला का कहना है कि प्रधानाचार्य हर हफ्ते शिक्षकों की क्लास में मंथली कैलेंडर के अनुसार पूरा कराया गया कोर्स चेक करेंगे। यदि शिक्षकों का कोर्स पूरा नहीं होता है तो उन्हें चेतावनी देकर विभाग को अवगत कराएं। ताकि समय रहते छात्रों का कोर्स पूरा कराया जा सके। उन्होनें बतायाकि कई बार विद्यालयों से शिक्षा विभाग के पास यह सूचनाएं आ रही थी कि कुछ शिक्षक अक्सर क्लास गोल कर के चले जाते हैं। जिसके कारण छात्रों की पढ़ाई सुचारु रुप से नहीं हो पाती है। कई बार तो इसी कारण कोर्स भी अधूरा रह जाता है। जिस कारण छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होता है। इसी कारण नए सत्र से शिक्षा विभाग ने इस मामले पर सख्त रुख अपना लिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इन फैसलों से शिक्षकों पर नकेल कस जाएगी(Dainik Bhaskar,Kanpur,23.7.2010)।
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