भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के रसायन विज्ञान के प्रयोगशाला में हुई दुर्घटना में दो शोधार्थी की मौत के बाद से पीएचडी के लिए किसी नए शोधार्थी का नामांकन नहीं किया गया है। पिछले वर्ष २९ दिसंबर को मुंबई के उमंग सिंह और पश्चिम बंगाल के परथा प्रतिम की प्रयोगशाला में रहस्मय तरीके से हुई विस्फोट के बाद मौत हो गई थी।
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