हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्रों के लेदर शू पहनकर आने पर रोक लगाई जा सकती है। लेदर शू पर्यावरण के अनुकूल नहीं होने के कारण ऐसा किया जा सकता है। उच्चशिक्षा निदेशक ओ . पी . शर्मा ने बताया कि हम सभी सरकारी स्कूलों में छात्रों के यूनिफॉर्म से चमड़े के जूतों को हटाने की योजना बना रहे हैं , क्योंकि ये पर्यावरण के अनुकूल नहीं हैं। इसकी वजह से पशुओं का वध भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि चमड़ों के जूतों की जगह कपड़े के जूते इस्तेमाल किए जा सकते हैं। शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों से इसके बारे में सुझाव मांगा है। हिमाचल प्रदेश में 15,000 से अधिक प्राइमरी और हायर सेकंडरी स्कूल हैं जिनमें 10 लाख से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं(नभाटा,शिमला,23.7.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।