केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बाद अब डीयू के किरोड़ीमल कॉलेज ने भी छात्रों के मोबाइल पर पाबंदी लगाने का फरमान सुनाया है। मोबाइल के जरिए होने वाली रैगिंग के खतरे को खत्म करने और कक्षाओं में पढ़ाई-लिखाई को बढ़ावा देने के मकसद से कॉलेज प्रशासन ने नए सत्र की शुरुआत के साथ ही फैसले को लागू कर दिया है।
कॉलेज के कार्यकारी प्रिंसिपल डॉ. एमसी नाहर ने बताया कि नए व पुराने छात्रों से दो टूक कहा गया है कि यदि कक्षाओं व कॉरिडोर में मोबाइल का इस्तेमाल किया तो उसके नतीजे गंभीर हो सकते हैं। डॉ. नाहर ने बताया कि बीते वर्षो में जिस तरह से मोबाइल का इस्तेमाल युवाओं में बढ़ा है, उसके बेहतर परिणामों के साथ-साथ कुछ दुष्परिणाम देखने के मिल रहे है।
अक्सर मोबाइल की टेढ़ी-मेढ़ी रिंगटोन कक्षाओं में अध्ययन के माहौल को खराब करने का काम करती है। नाहर ने बताया कि रै¨गग के लिए भी मोबाइल का इस्तेमाल होता देखा गया है। इसलिए हमने छात्रों के लिए कक्षाओं व कॉरिडोर में मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। जो छात्र ऐसा करता पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। छात्र का मोबाइल जब्त किया जा सकता है(दैनिक भास्कर,दिल्ली,23.7.2010)।
प्रशासन का कहना है कि अभी तो छात्रों का इस निर्णय के प्रति सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है, शुरुआत में छात्रों को चेतावनी देकर ही छोड़ दिया जाएगा, लेकिन जब स्थिति नियंत्रण से बाहर होती नजर आएगी तो जुर्माना लगाने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
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