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25 जुलाई 2010

जीवाजी विश्वविद्यालयःअंक-पत्र में दर्ज़ होगी "रैगिंग"

रैगिंग की रोकथाम को लेकर जीविवि के प्रोक्टोरियल बोर्ड की शनिवार को बैठक हुई। बैठक में रैगिंग जैसी बुराई पर प्रभावी अंकुश लगाने की रणनीति बनाई गई। निर्णय लिया गया कि रैगिंग में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस बार एक नया प्रावधान यह रखा गया है कि जो भी छात्र-छात्राएँ रैगिंग में लिप्त पाए जाएँगे, उनकी अंकसूची में इस बात का उल्लेख किया जाएगा। अंकसूची की यह टीप संबंधित छात्रों की कारगुजारी को उन सभी जगह उजागर करेगी, जहाँ भी वे अंकसूची का उपयोग करेंगे।
एसओएस के समस्त छात्र-छात्राओं को प्रोक्टोरियल बोर्ड द्वारा जारी किया गया परिचय-पत्र अनिवार्य रूप से साथ लेकर आना होगा, जो तलाशी के समय बोर्ड के सदस्यों को दिखाना होगा।ग्वालियर (ब्यूरो)। जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रोक्टोरियल बोर्ड ने नया सत्र शुरू होते ही रैगिंग पर अंकुश लगाने कमर कस ली है। जेयू के किसी भी विभाग के छात्र-छात्राएँ रैगिंग से संबंधित किसी भी गतिविधि में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लिप्त पाए गए तो उन्हें विवि से निष्कासित तो किया ही जाएगा, साथ ही पुलिस में भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। यही नहीं संबंधितों की अंकसूची में रैगिंग की गतिविधि के बारे में टीप अंकित की जाएगी। इस सारी कार्यवाही का शपथ-पत्र छात्रों से पहले ही भरवाया जा रहा है, जिससे बाद में वे यह न कह सकें कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी। एसओएस के समस्त छात्र-छात्राओं को प्रोक्टोरियल बोर्ड द्वारा जारी किया गया परिचय-पत्र अनिवार्य रूप से साथ लेकर आना होगा, जो तलाशी के समय बोर्ड के सदस्यों को दिखाना होगा।ग्वालियर (ब्यूरो)। जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रोक्टोरियल बोर्ड ने नया सत्र शुरू होते ही रैगिंग पर अंकुश लगाने कमर कस ली है। जेयू के किसी भी विभाग के छात्र-छात्राएँ रैगिंग से संबंधित किसी भी गतिविधि में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लिप्त पाए गए तो उन्हें विवि से निष्कासित तो किया ही जाएगा, साथ ही पुलिस में भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। यही नहीं संबंधितों की अंकसूची में रैगिंग की गतिविधि के बारे में टीप अंकित की जाएगी। इस सारी कार्यवाही का शपथ-पत्र छात्रों से पहले ही भरवाया जा रहा है, जिससे बाद में वे यह न कह सकें कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी(नई दुनिया,भोपाल,25.7.2010)।

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