दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों की आखिरी कट ऑफ निकले काफी समय हो गया है लेकिन अभी तक कॉलेजों में नामांकन वापस लेने वालों की तादाद न के बराबर है। अभी तक ज्यादातर कॉलेजों में इक्के-दुक्के नामंकन ही वापस लिए गए हैं। कई कॉलेज इसका एक कारण सेमेस्टर सिस्टम को भी मान रहे हैं। दयाल सिंह कॉलेज के प्रधानाचार्या आई एस बख्शी का मानना है कि इस साल अभी तक बहुत कम नामांकन वापस हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह रुझान सेमेस्टर सिस्टम की वजह से भी हो सकता है। इस साल साइंस संकाय में सेमेस्टर सिस्टम लागू होना है। सेमेस्टर सिस्टम का पाठ्यक्रम कुछ इस तरह बनाया गया है कि बच्चों को उनके करियर में काफी मदद मिलेगी। हालांकि अभी गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में बीटेक की काउंसलिंग शुरू नहीं हुई है। हो सकता है कि आईपी यूनिवर्सिटी में काउंसलिंग शुरू होने के बाद नामाकंन वापस लेने में तेजी आ जाए। राजधानी कॉलेज की प्रधानाचार्या विजय लक्ष्मी पंडित का कहना है कि इस साल सांइस संकाय ने काफी चौंकाने वाले परिणाम दिए हैं। चाहे वह दाखिला हो या नामाकंन वापस लेना। कॉलेज में अभी तक ज्यादा आवेदनों की वापसी नहीं हुई है। यही हाल कुछ साउथ कैंपस के वेंकटेश्वर कॉलेज का है। कॉलेज की प्रधानाचार्या का कहना है कि कॉलेज में पिछली साल शुरू में ही नामाकंन वापस होने लगे थे(हिंदुस्तान,दिल्ली,22.7.2010)।
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22 जुलाई 2010
डीयूःइस बार कम हो रहे नामांकन वापस
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