दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से भी अब कानून की पढ़ाई की जा सकती है। इग्नू के साथ मिलकर लोहिया विधि विश्वविद्यालय ने छह नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। इसमें विद्यार्थियों को डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स करने की सुविधा मिलेगी। विधि क्षेत्र में डिस्टेंस एजुकेशन की पढ़ाई कराने वाला लोहिया विधि विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला संस्थान होगा।
विवि कुलपति प्रो. बलराज चौहान ने बताया कि विधि क्षेत्र में भी अब दूरस्थ शिक्षा का फायदा छात्र-छात्राओं को मिलने का रास्ता खुल गया है। उन्होंने बताया कि इन नए पाठ्यक्रमों की सफलता के बाद इग्नू के साथ मिल कर और नए पाठ्यक्रमों पर विचार किया जाएगा। गौरतलब है कि इग्नू के तत्वावधान में स्नातक, परास्नातक व प्रबंधन क्षेत्र से जुड़े विभिन्न कोर्स संचालित होते है, लेकिन विधि क्षेत्र के पाठ्यक्रमों को संचालित करने का यह नया प्रयास है। उन्होंने बताया कि सामान्य स्तर के सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई छह माही होगी। इसमें पहला सत्र एक जुलाई से ३१ दिसंबर और दूसरा सत्र १ जनवरी से तीस जून तक चलता है। जबकि पीजी स्तरीय तीन सर्टिफिकेट कोर्स एक वर्षीय होते हैं। इनमें साइबर लॉ व क्रमिनल जस्टिस के लिए शैक्षिक योग्यता विधि स्नातक व इन्वॉयरमेंटल लॉ के लिए प्रवेश योग्यता किसी भी क्षेत्र में स्नातक होना आवश्यक है। सभी पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया अलीगंज स्थित इग्नू के रीजनल कार्यालय में तय औपचारिकता के आधार पर होगी। इसके बाद पढ़ाई व प्रोजेक्ट गाइड व आवंटन का कार्य लोहिया विधि विवि की फैकल्टी कराती है(अमर उजाला,लखनऊ,21.7.2010)।
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