तकनीकी शिक्षा संचालनालय इस साल प्री फार्मेसी टेस्ट (पीपीएचटी) में शून्य अंक पाने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं देगा। विभाग ने इसका फरमान जारी कर दिया है। बी. फार्मेसी में प्रवेश के लिए पहली बार ऑनलाइन काउंसिलिंग होगी। इसका पंजीयन आज से शुरू हुआ।
इस साल व्यापमं द्वारा आयोजित पीपीएचटी परीक्षा में करीब १५ हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे। प्रदेश के १२ निजी कॉलेजों में ५४९ और पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में ६० सीटें हैं। रायपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रायपुर की १० सीटों पर भी पीपीएचटी के जरिए प्रवेश दिया जाएगा। सीटों और विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से बी. फार्मेसी की एक-एक सीट के लिए कड़ा मुकाबला होगा। ऑनलाइन काउंसिलिंग की प्रक्रिया २६ जुलाई से शुरू हो जाएगी। विद्यार्थी पंजीयन व विकल्प फार्म चार अगस्त तक भर सकते हैं। दस्तावेजों की जाँच पाँच से १० अगस्त के बीच होगी। पहले चरण में सीटों के आवंटन की सूची १२ अगस्त को जारी की जाएगी। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए प्रदेशभर में ३० एमकेसीएल सेंटर बनाए गए हैं। यहाँ जाकर विद्यार्थी ऑनलाइन फार्म भरने के लिए विशेषज्ञों की मदद ले सकते हैं। काउंसिलिंग में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों को ५०० रुपए का चालान स्टेट बैंक से बनवाना होगा।
दस्तावेजों की जाँच के लिए मशक्कत : विद्यार्थियों के दस्तावेजों की जाँच के लिए प्रदेशभर में १० सेंटर बनाए गए हैं। राजनांदगाँव, जशपुर, महासमुंद, दंतेवाड़ा को छोड़कर शेष जिलों में दस्तावेजों की जाँच होगी। ऐसे में इन जिले के विद्यार्थियों को दस्तावेजों की जाँच के लिए अन्य जिलों में जाना होगा। पाँच अगस्त को एक से ३००० ओवर ऑल रैंक वाले विद्यार्थियों के दस्तावेजों की जाँच होगी।
छह अगस्त को ३००१ से ६०००, सात अगस्त को ६००१ से ९०००, नौ अगस्त को ९००१ से १२ हजार और १० अगस्त को १२,००१ से १५,१५१ ओवर ऑल रैंक वाले विद्यार्थियों के दस्तावेज जाँचे जाएँगे(नई दुनिया,रायपुर,26.7.2010)।
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