डीयू में एलएलबी में एडमिशन का प्रोसेस पूरा हो गया है। इस बार एलएलबी में सबसे अधिक 2,445 सीटें थीं और सभी सीटें फुल हो गई हैं। कैंपस लॉ सेंटर में एडमिशन के लिए सबसे ज्यादा फाइट देखने को मिली। यहां पर एंट्रेंस टेस्ट में जनरल कैटिगरी में 201 तक स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स को एडमिशन मिला है , जबकि ओबीसी कैटिगरी में 181 तक स्कोर पाने वाले स्टूडेंट्स एडमिशन ले पाए हैं। एंट्रेंस टेस्ट 700 नंबर का था। इस बार ओबीसी कैटिगरी के एडमिशन भी फुल स्पीड में हुए हैं।
डीयू की लॉ फैकल्टी में तीन सेंटरों के लिए एडमिशन होते हैं। कैंपस लॉ सेंटर , लॉ सेंटर -1 और लॉ सेंटर -2 । सबसे ज्यादा फाइट कैंपस लॉ सेंटर के लिए ही रही। लॉ फैकल्टी में एडमिशन के इंचार्ज प्रफेसर बी . टी . कौल ने बताया कि जनरल और ओबीसी कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए इस बार शुरू से ही 10 पर्सेंट तक का गैप कर दिया गया था। इस कारण ओबीसी की सीटों पर भी काफी एडमिशन हुए हैं।
उन्होंने बताया कि लॉ सेंटर -2 में जनरल कैटिगरी में 166 तक स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स को एडमिशन मिला है , जबकि ओबीसी कैटिगरी के स्टूडेंट्स की कट ऑफ 149 तक रही है। लॉ सेंटर -1 में करीब 173 तक स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स को एडमिशन मिला है। प्रो . कौल का कहना है कि लॉ फैकल्टी ने अपना एडमिशन प्रोसेस समय पर पूरा कर लिया है।
एलएलबी कोर्स के लिए इस बार 2,445 सीटों के लिए कुल 8,617 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। जनरल कैटिगरी में पहले से कड़ा मुकाबला देखने को मिला है। जनरल कैटिगरी में 1,167 सीटों के लिए 5,473 स्टूडेंट्स मैदान में थे , जबकि ओबीसी के लिए 623 सीटों के लिए 1,117 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार जनरल और ओबीसी की कट ऑफ में मैक्सिमम 10 पर्सेंट तक का ही अंतर रह सकता है।
इस बार डीयू में
हर कॉलेज में सीटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी और लॉ फैकल्टी में भी सीटें बढ़ी थीं। फैकल्टी के मुताबिक , कैंडिडेट की संख्या बढ़ने से बढ़ी सीटों पर भी एडमिशन हो गए। फैकल्टी ने स्टूडेंट्स से कहा है कि यहां पर हाजिरी का नियम सख्ती से लागू किया जाता है और स्टूडेंट्स को हाजिरी का पूरा ध्यान रखना चाहिए(भूपेंद्र,नभाटा,1.7.2010)।
डीयू की लॉ फैकल्टी में तीन सेंटरों के लिए एडमिशन होते हैं। कैंपस लॉ सेंटर , लॉ सेंटर -1 और लॉ सेंटर -2 । सबसे ज्यादा फाइट कैंपस लॉ सेंटर के लिए ही रही। लॉ फैकल्टी में एडमिशन के इंचार्ज प्रफेसर बी . टी . कौल ने बताया कि जनरल और ओबीसी कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए इस बार शुरू से ही 10 पर्सेंट तक का गैप कर दिया गया था। इस कारण ओबीसी की सीटों पर भी काफी एडमिशन हुए हैं।
उन्होंने बताया कि लॉ सेंटर -2 में जनरल कैटिगरी में 166 तक स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स को एडमिशन मिला है , जबकि ओबीसी कैटिगरी के स्टूडेंट्स की कट ऑफ 149 तक रही है। लॉ सेंटर -1 में करीब 173 तक स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स को एडमिशन मिला है। प्रो . कौल का कहना है कि लॉ फैकल्टी ने अपना एडमिशन प्रोसेस समय पर पूरा कर लिया है।
एलएलबी कोर्स के लिए इस बार 2,445 सीटों के लिए कुल 8,617 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। जनरल कैटिगरी में पहले से कड़ा मुकाबला देखने को मिला है। जनरल कैटिगरी में 1,167 सीटों के लिए 5,473 स्टूडेंट्स मैदान में थे , जबकि ओबीसी के लिए 623 सीटों के लिए 1,117 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार जनरल और ओबीसी की कट ऑफ में मैक्सिमम 10 पर्सेंट तक का ही अंतर रह सकता है।
इस बार डीयू में
हर कॉलेज में सीटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी और लॉ फैकल्टी में भी सीटें बढ़ी थीं। फैकल्टी के मुताबिक , कैंडिडेट की संख्या बढ़ने से बढ़ी सीटों पर भी एडमिशन हो गए। फैकल्टी ने स्टूडेंट्स से कहा है कि यहां पर हाजिरी का नियम सख्ती से लागू किया जाता है और स्टूडेंट्स को हाजिरी का पूरा ध्यान रखना चाहिए(भूपेंद्र,नभाटा,1.7.2010)।
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