विदेश में शिक्षा लेनेवाले छात्रों का लिंक भारत के बिजनेस से नहीं होता. पढ़ाई के बाद भारत आकर काम करने में उन्हें दिक्कत होती है. केजरीवाल इंस्टीटय़ूट से जुड़ने के बाद मेरा यह उद्देश्य है कि इंस्टीटय़ूट के विद्यार्थियों को शिक्षा तो विदेशी वातावरण जैसी मिले, लेकिन बिजनेस का प्राप भारतीय रहे. ताकि उन्हें भारतीय वातावरण में काम करने में दिक्कत न हो. यूएस के बिजनेस इंस्टीटय़ूट से केजरीवाल इंस्टीटय़ूट के समझौते के प्रयास हो रहे हैं.
इससे दोनों संस्थानों के विद्यार्थी अपने ज्ञान का आदान-प्रदान कर सकेंगे. केजरीवाल इंस्टीटय़ूट में बीसीए, बीबीए और एमसीए का कोर्स शीघ्र शु होगा. इंटीग्रेटेड (एकीकृत) कोर्स शु करने पर भी विचार हो रहा है. यहां से बीसीए और बीबीए करने के बाद विद्यार्थियों को अन्य संस्थानों में जाने की छूट होगी. संस्थान में प्रत्येक गुरुवार को पैनल डिस्क शन और सेमिनार का आयोजन होता है.
कैलिफोर्निया से निर्देशनडॉ शिवेंदू कैलिफोर्निया से केजरीवाल इंस्टीटय़ूट के विद्यार्थियों को मार्गदर्शन करते हैं. वेब के माध्यम से वह विद्यार्थियों को सलाह देते हैं.एजुकेशन लोन की सुविधासंस्थान का एजुकेशनल लोन के लिए सेंट्रल बैंक के साथ अनुबंध है. विद्यार्थी देश में सेंट्रल बैंक के किसी भी शाखा से एजुकेशन लोन ले सकते हैं.
प्लेसमेंट के लिए अनुबंधकेजरीवाल इंस्टीटय़ूट का आधुनिक ग्रुप, टीएसपीडीएल, ओदत्य बिरला व उषा मार्टिन ग्रुप से विद्यार्थियों के प्लेसमेंट का अनुबंध है. इसके अलावा झारखंड, ओड़िशा व कोलकाता के कई इंडस्ट्री से अनुबंध पर विचार चल रहा है. मकसद संस्थान के शत-प्रतिशत विद्यार्थियों का प्लेसमेंट है(प्रभात खबर,रांची,24.7.2010).
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