सीबीएसई में कक्षा दस की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए अब आधी पढ़ाई ही करनी होगी। बोर्ड ने कक्षा दस के पाठ्यक्रम को इस साल से दो भाग में बांट दिया गया है। मजे की बात यह है कि अंतिम परीक्षा में अब पहले सत्र के पाठ्यक्रम से सवाल नहीं पूछे जाएंगे। यानि आधे पाठ्यक्रम से ही बोर्ड परीक्षा पार हो जाएगी। इतना ही नहीं, बोर्ड ने अंकपत्र जारी करने की व्यवस्था को भी बदल दिया है। इसमें अब छात्रों को सीसीई प्रमाण पत्र दिया जाएगा। सीबीएसई ने कक्षा दस के पाठ्यक्रम व परीक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन कर दिया है। कक्षा दस में ग्रेडिंग प्रणाली लागू करने के बाद अब व्यापक व सतत मूल्यांकन (सीसीई) की अपनी कवायद को आगे बढ़ाते हुए सीबीएसई ने इस साल से दसवीं में बोर्ड परीक्षा (एक्सटर्नल इक्जाम) को समाप्त कर दिया है। इस साल सिर्फ माध्यमिक विद्यालय (कक्षा दस तक के) में पढ़ने वाले छात्रों या फिर कक्षा 11 में किसी अन्य बोर्ड के विद्यालय में प्रवेश लेने को इच्छुक छात्रों को ही बोर्ड परीक्षा देने की सुविधा उपलब्ध होगी। छात्र यह परीक्षा आन लाइन भी दे सकेंगे। कक्षा 12 तक के सभी विद्यालयों में कक्षा दस में अब होम इक्जामिनेशन या घरेलू परीक्षा ही होगी। बोर्ड ने इसी क्रम में कक्षा दस के पाठ्यक्रम को भी अब दो भागों में बांट दिया है। कक्षा दस में अब दो सत्र होंगे। दोनों का पाठ्यक्रम अलग अलग होगा। दोनो सत्रों की अलग अलग परीक्षा ली जाएगी। अंतिम सत्र में पहले सत्र के पाठ्यक्रम से सवाल नहीं पूछे जाएंगे। इलाहाबाद स्थिति क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्राधिकारी राजबीर सिंह के अनुसार नई प्रणाली में अलबत्ता पहले सत्र के अंक भी अंतिम परिणाम में शामिल किए जाएंगे। राजबीर के अनुसार कक्षा दस में सीसीई प्रणाली को लागू करने के संबंध में सितंबर 2009 में निर्णय हुआ था। इस निर्णय के क्रम में कक्षा नौ में यह प्रणाली पिछले साल अक्टूबर से ही लागू कर दी गई दी। कक्षा दस में यह प्रणाली वर्ष 2010-11 के सत्र से लागू की जा रही है। बोर्ड ने इस साल से अपने अंकपत्र को भी पूरी तरह बदल दिया है। नई व्यवस्था में अब हर एक विद्यालय को सीसीई प्रमाणपत्र प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। यह प्रमाणपत्र पूरी तरह भरने के बाद इन्हें बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों में हस्ताक्षर के लिए भेजे जाएंगे(एल.एन.त्रिपाठी,दैनिक जागरण,इलाहाबाद,22.7.2010)।
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