देश में 12 लाख शिक्षकों की कमी है। कई स्कूल सिर्फ एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं, तो कुछ छोटे स्कूलों में कई शिक्षक हैं। राज्यों में शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं, लेकिन उनकी भर्ती नहीं की जा रही। यह बात केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने कल राज्यसभा में प्रश्नकाल में एक सवाल के जवाब में कही।
उन्होंने कहा कि कई देशों में प्रतिभाशाली लोग शिक्षक बन रहे हैं, लेकिन अपने यहां शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। सिब्बल ने कहा राज्य सरकारों को खाली पड़े पदों में शिक्षकों की भर्ती कर सहयोग देना चाहिए। इसके लिए केंद्र और राज्यों को मिलकर काम करना पड़ेगा।
सभी सांसदों को अपने राज्य की सरकार से बात कर पदों को भरवाना चाहिए। सिब्बल ने उदाहरण दिया कि बिहार में शिक्षकों के 2.68 लाख पद स्वीकृत हैं, लेकिन एक लाख से ज्यादा खाली हैं। यह सुनते ही कांग्रेस सांसद ‘शेम-शेम’ कहने लगे। भाजपा के राजीव प्रताप रूडी ने इस पर आपत्ति की, तो सिब्बल बोले, ‘सदन चाहे तो मैं राजस्थान का आंकड़ा भी दे सकता हूं। वहां तो कांग्रेस की सरकार है।’(दैनिक भास्कर,दिल्ली,7.8.2010)
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