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07 अगस्त 2010

चंडीगढ़ का गवर्नमेंट सेंट्रल क्राफ्ट इंस्टीट्यूट फॉर वुमनःएक्सपीरियंस भले न हो, सर्टिफिकेट मिलेगा

अगर कॉलेज में दाखिला लेने के लिए एक साल का एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट जरूरी है, तो टेंशन की जरूरत नहीं। एक्सपीरियंस भले न हो, सर्टिफिकेट जरूर मिल जाएगा। 3000 रुपये खर्च होंगे और सर्टिफिकेट बनवाने का पता कॉलेज वाले खुद बता देंगे।

गवर्नमेंट सेंट्रल क्राफ्ट इंस्टीट्यूट फॉर वुमन सेक्टर 11 में शुक्रवार को यही देखने को मिला। इस कॉलेज में कटिंग एंड टेलरिंग और फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के लिए आईटीआई सर्टिफिकेट के साथ ही एक साल का एक्सपीरियंस होना भी जरूरी है। शुक्रवार को भास्कर संवाददाता ने देखा कि कॉलेज में काउंसिलिंग चल रही है और दाखिले के लिए पंजाब, हिमाचल और हरियाणा से भी कैंडिडेट आए हुए हैं। इस दौरान ज्यादातर कैंडिडेट्स के हाथ में नीलम बुटीक का ही एक्पीरियंस सर्टिफिकेट था। हिमाचल से आई वंदना, सुनीता, शालू ने बताया कि कॉलेज में फॉर्म देने वाले कर्मचारी ने बताया था कि नीलम बुटीक से एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट बनवा लो।

सब यहीं से बनवाते हैं..

पता चला कि विनोद जैन नीलम बुटीक के मालिक हैं। भास्कर संवाददाता ने शाम करीब 4.15 बजे उन्हें फोन किया।

संवाददाता : हैलो, नीलम बुटीक से बोल रहे हैं?
विनोद जैन : हां जी बोल रहा हूं।

संवाददाता : मुझे एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट बनवाना था।
विनोद : आ जाओ ट्राई कर लेते हैं।

संवाददाता : मुझे साथ में क्या लेकर आना है?
विनोद जैन : आईटीआई का सर्टिफिकेट और प्रॉस्पेक्टस।

संवाददाता : कितने पैसे लगेंगे?
विनोद जैन : क्या लास्ट टाइम सर्टिफिकेट बनवाया था, तुम कहां से हो?

संवाददाता : लास्ट टाइम नहीं बनवाया था, हिमाचल से हूं।
विनोद जैन : तीन हजार रुपये लगेंगे।

संवाददाता : सर ये सर्टीफिकेट चल जाएगा, कहीं कॉलेज वाले इस कैंसिल न कर दें?
विनोद जैन : आज भी तो कांउसिलिंग हुई है, सब यहीं से बनवाते हैं।

संवाददाता : एड्रेस क्या है?
विनोद जैन : गली नंबर 2, गांव महेशपुर, सेक्टर- 21 पंचकूला। यहां पर स्पाइसेज की दुकान है।

सर्टिफिकेट को लेबर डिपार्टमेट से वेरिफाई किया जाता है, उसके बाद ही एडमिशन दी जाती है। फर्जी सर्टिफिकेट का मामला मेरे नोटिस में आ गया है, इसकी जांच की जाएगी। अगर सर्टिफिकेट गलत पाए जाते हैं, तो उस आधार पर दी गई एडमिशंस कैंसिल होंगी।

संदीप हंस, डायरेक्टर टेक्निकल एजूकेशन(नीना शर्मा,दैनिक भास्कर,चंडीगढ़,7.8.2010)

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