आईआईटी मंडी में अगले 20 साल में स्टूडेंट्स की संख्या आठ हजार होगी और इसमें 800 फैक्लटीज और 1200 लोगों का स्टाफ होगा। यह बात वीरवार को आईआईटी मंडी के ट्रांजिट कैंप में पहली पत्रकार वार्ता में आईआईटी के निदेशक तिमोथी ए गोंसवेलस ने कहे। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में आईआईटी मंडी में 1500 स्टूडेंटस होंगे, जबकि 150 फैक्लटीज मेंबर और 150 स्टाफ मेंबर होंगे।
अभी यहां 16 फुलटाइम फैक्लटीज, 6 पार्टटाइम प्रोफेसर, और 40 लोगों का कॉन्ट्रेक्ट स्टाफ नियुक्त हो चुका है। नौ अगस्त से सेकंड ईयर बीटेक की कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं, जबकि फस्ट ईयर बीटेक की कक्षाएं 16 अगस्त से शुरू होंगी।
उन्होंने बताया कि यहां अनुसंधान करने वाले युवाओं को स्थानीय सामाज और स्थानीय उद्यागों को लाभ हों, ऐसे प्रयास किए जाएंगे। दो साल में कमांद स्थित कैंपस में कक्षाएं लगनी शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि मंडी कॉलेज में इस साल का सत्र शुरू करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की व्यवस्था बनाने पर पांच करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
संस्थान की योजना है कि यह योजना है कि कमाद कैंपस में प्रयोग होने वाले पानी को ट्रीट कर लोगों की सिंचाई के लिए प्रयोग करने को दिया जाए। निदेशक ने कहा कि आईआईटी की पहचान हिमालयी क्षेत्र में पहली आईआईटी के रूप में होगी(दैनिक भास्कर,मंडी,6.8.2010)।
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