चौ. चरण सिंह विवि मेरठ से संबद्ध कालेजों में रैगिंग रोकने को जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। इन कालेजों में रैगिंग की रोकथाम को नौ अगस्त से विशेष अभियान चलेगा। उप्र शैक्षणिक संस्थाओं में रैगिंग का प्रतिषेध अधिनियम-10 के अनुपालन में जिले के विवि, निजी विवि व सभी राजकीय, अशासकीय एवं वित्त पोषित कालेजों में रैगिंग पर पूर्ण रूप से अब प्रतिबंध लगाने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश हैं। इसके लिए 9 से 17 अगस्त तक विशेष अभियान चलेगा। सीडीओ प्रांजल यादव ने इसके लिए 34 अफसरों की टीम बना दी है। अफसरों को कुल तीन बिन्दुओं पर तीन कालेजों की जांच करनी है। इनमें पहला रैगिंग संबंधी समिति का गठन हुआ या नहीं। दूसरा रैगिंग संबंधी होर्डिग्स लगे हैं या नहीं। तीसरा शुल्क प्रतिपूर्ति संबंधी कोर्सवार विवरण को होर्डिग्स लगाकर प्रत्येक कालेज या संस्थान में प्रदर्शित किया गया है या नहीं। टीम में शामिल विवि अधिकारियों व अन्य को ये आदेश मिल गए हैं। विवि सूत्रों ने बताया कि रजिस्ट्रार प्रभात रंजन को एबीएसएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी मवाना रोड, जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन मवाना रोड व जेएसएम एकेडमी सलारपुर मवाना रोड की जिम्मेदारी दी गई है। प्राचार्य मेरठ कालेज डा.एनपी सिंह को एनए एस डिग्री कालेज, इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग टेक्नालाजी एंड अप्लाइड मेरठ कैंट व पंडित दीन दयाल उपाध्याय इंस्टीट्यूट ऑफ होम साइंस माल रोड मेरठ की जिम्मेदारी मिली है। आरजी कालेज की प्राचार्या डा.सीमा जैन को कनोहर लाल महिला पीजी कालेज, इस्माईल नेशनल महिला पीजी कालेज व डीएन डिग्री कालेज की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा बीएसए गजेंद्र कुमार को विद्या कालेज ऑफ इंजीनियरिंग बागपत रोड व दो अन्य कालेजों की जिम्मेदारी सौंपी है। अधिकारी स्वयं को आवंटित कालेजों का निरीक्षण कर 17 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट एडीएम सिटी महावीर सिंह आर्य को सौंपेंगे(दैनिक जागरण,मेरठ,7.8.2010)।
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