भेल कालेज में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कभी बिल्डिंग की छत से पानी टपकने के कारण तो कभी समय पर स्टाफ मौजूद नहीं होने से छात्र परेशान होते रहते हैं। ताजा मामला बीकाम स्ववित्तीय कोर्स कर रहे छात्रों का है। इन छात्रों से फीस तो पूरी जमा कराई जा रही है, लेकिन कॉलेज में सुविधाएं पर्याप्त नहीं मिल पा रही हैं। इस कारण छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंता में पड़ गए हैं। हालात यह हैं कि लैब में कम्प्यूटरों की कमी है। मजबूरन एक कम्प्यूटर पर चार-चार छात्र बैठकर प्रेक्टिकल कर रहे हैं। इस कारण न तो ठीक से पढ़ाई हो पा रही है और न ही अन्य छात्रों को प्रवेश मिल पा रहा है। लैब में बाकायदा तीस कम्प्यूटर रखने के लिए फर्नीचर तो तैयार करवाया गया है, लेकिन अभी तक मात्र 9 कम्प्यूटरों की ही स्थापना हो पाई है। इस पाठयक्रम की पढ़ाई कर रहे 21 छात्रों को मात्र 9 कम्प्यूटर के सहारे ही पढ़ाई करना पड़ती है। इस कारण बहुत दिक्कत होती है। इतना ही नहीं अभी इस पाठ्यक्रम में 9 सीटें खाली हैं। यह सीटें भरने पर समस्याएं और बढ़ जाएंगी। इस बात की चिंता कॉलेज प्रबंधन को नहीं है। तीन साल पहले शुरू हुआ पाठयक्रम: कालेज में तीन साल पहले स्व-वित्तीय पाठयक्रम शुरू हुआ था। यहां इसमें प्रवेश लेने के लिए 30 सीटें निर्धारित की गई हैं। सूत्र बताते हैं कि प्रबंधन छात्रों को प्रवेश देने के मामले में भी धांधली कर रहा है। अभी तक मात्र 21 छात्रों को ही प्रवेश दिया गया है। शेष 9 सीटें किसलिए खाली रखी गई हैं यह बात छात्रों की समझ से परे है, पाठयक्रम में प्रवेश लेने के लिए करीब 150 छात्रों ने फार्म भरे हैं। एकमुश्त जमा करा रहे फीस: इधर पाठयक्रम में प्रवेश ले रहे छात्र इस बात से भी परेशान हैं कि उनसे स्व-वित्तीय कोर्स की फीस एकमुश्त जमा कराई जा रही है। पिछले साल तक यही फीस किश्तों में जमा कराई जाती थी। मध्यम वर्ग के छात्रों को अब एकमुश्त फीस जमा करने में परेशानी हो रही है। कोर्स की फीस 6,530 रुपए है। छात्रों का कहना है कि फीस पूरी जमा करा रहे हैं तो फिर पढ़ाई के लिए सुविधाएं भी बेहतर दी जाएं(दैनिक जागरण,भोपाल,5.8.2010)।
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