मुंबई स्थित भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) में फर्जी नियुक्ति पत्र के जरिए घुसने की कोशिश में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी चतुर्थ श्रेणी स्टाफ के रूप में बार्क की तारापुर शाखा में घुसने का प्रयास कर रहे थे। तारापुर के सीनियर इंस्पेक्टर एस.जी. मुल्लेमवार ने बताया कि मुख्य द्वार पर सुरक्षाकर्मियों को उन नियुक्ति पत्रों की भाषा को लेकर शक हुआ। उन्होंने पुष्टि के लिए उन्हें ट्रॉम्बे स्थित बार्क मुख्यालय भिजवाया। वहां से ऐसा कोई नियुक्ति पत्र जारी न होने की जानकारी मिली। फिर मामला स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस ने इस मामले में फर्जीवाड़े के सूत्रधार 28 वर्षीय महेंद्र पवार को सतारा से गिरफ्तार किया। पवार पहले बार्क में ठेके पर काम कर चुका था और वहां की कार्य प्रणाली से परिचित था। शेष सात लोगों को ठाणे जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार महेंद्र पवार ने सात लोगों से 40-40 हजार रुपये लेकर नौकरी दिलवाने का वादा किया था इसीलिए फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करके आठ लोगों को दिए थे। पुलिस ने बार्क पर किसी खतरे संबंधी आशंका को नकारते हुए कहा कि इसमें बार्क के कर्मचारी का हाथ नहीं है(दैनिक जागरण,राष्ट्रीय संस्करण,8.8.2010)।
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