चौधरी चरण सिंह विवि के पूर्व वीसी डा. आर पी सिंह के कार्यकाल में मिली विभिन्न कालेजों की संबद्धता की विजिलेंस जांच प्रारंभ हो गयी है। जांच को मेरठ विवि से विभिन्न कालेजों की पत्रावलियां तलब की गयी हैं। विवि के पूर्व कुलपति डा.आरपी सिंह को पूर्व कुलाधिपति टीवी राजेश्र्वर ने 6 अगस्त 05 को आर्थिक अनियमितता व भ्रष्टाचार आदि के आरोप में बर्खास्त कर दिया था। उनमें एक आरोप यह भी लगा कि बीएड कालेजों को संबद्धता के लिए नियमों का उल्लंघन कर संस्तुति की गई थी। आरोप में कहा गया था कि बीएड पाठ्यक्रम की संबद्धता के लिए यहां निरीक्षण दलों की आख्या कार्य परिषद में प्रस्तुत किये बिना ही कुलाधिपति कार्यालय तथा शासन को भेजी गयी थी। दूसरे, बीस संस्थानों के संबद्धता प्रकरणों में निरीक्षक दलों द्वारा वीसी की इच्छानुसार रिपोर्ट दी गयी थी। उन पर लगे आरोपों के चलते उन्हें कार्य से विरत भी किया गया। वर्तमान में वह बरेली कालेज में प्राचार्य पद पर कार्यरत हैं। डा. सिंह के कार्यकाल में हुए कार्यो की जांच चल रही है। इनमें एक जांच विभिन्न कालेजों को मिली संबद्धता आदि की भी है। विवि के विश्र्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनके कार्यकाल में करीब सौ से अधिक कालेजों को संबद्धता मिली थी। इनमें अनेक बीएड के कालेज भी शामिल हैं। आरोप है कि कालेजों की संबद्धता के लिए शासन को संस्तुतियां करने में तमाम नियम-कायदों को भी दरकिनार कर दिया गया था। इसकी जांच विजिलेंस टीम कर रही है। पिछले कुछ समय से जांच धीमी हो गयी थी, लेकिन अब जांच तेज कर दी गई है। अगस्त महीने में जांच पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है ताकि रिपोर्ट शासन को भेजी जा सके। विवि के विश्र्वस्त सूत्रों के अनुसार विजीलेंस विभाग ने चौधरी चरण सिंह विवि से डा. आरपी सिंह के कार्यकाल में मिली विभिन्न बीएड एवं अन्य कालेजों की संबद्धता आदि की पत्रावलियां अब तलब कर ली हैं। विवि से पत्रावली लेने के लिए शुक्रवार को विजिलेंस की एक दो सदस्यीय टीम विवि में पहुंची। संबंधित विभाग से जानकारी करके वापस लौट गयी। बताया गया है कि पत्रावली देने के लिए टीम द्वारा एसपी विजीलेंस का एक पत्र उपलब्ध कराया है, ताकि यह पत्रावली अतिशीघ्र उपलब्ध करायी जा सके। मामले में मेरठ विवि के आला अधिकारी कुछ कहने को तैयार नहीं है(दैनिक जागरण,मेरठ,7.8.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।