सरकारी नौकरी बरकरार रखने के लिए सभी कर्मचारियों को अब कंप्यूटर सीखना होगा। कंप्यूटर का कार्यसाधक ज्ञान सभी कर्मचारियों के लिए जरूरी होगा।
कार्मिक विभाग ने पिछले दिनों सभी विभागों के कर्मचारियों के लिए कंप्यूटर का ज्ञान अनिवार्य करने के संबंध में परिपत्र जारी किया है। ई गवर्नेस के जरिए गुड गवर्नेस लाने की कवायद के तहत अब सरकारी दफ्तरों को धीरे धीरे पेपरलेस बनाने पर काम चल रहा है। सचिव स्तर के अधिकारी पहले से ही अधिकांश दैनिक पत्र व्यवहार ई मेल के जरिए कर रहे हैं। प्रदेश की सहकारी संस्थाओं में भी सभी कर्मचारियों के लिए कंप्यूटर अनिवार्य कर दिया है। सहकारिता विभाग ने सभी ग्राम सेवा सहकारी समितियों और मिनी बैंकों तक के कर्मचारियों के लिए कंप्यूटर अनिवार्य कर दिया है।
जीएसएस में नए व्यवस्थापकों की भर्तियों में उम्मीदवारों के लिए कंप्यूटर का कार्यसाधाक ज्ञान होने को योग्यता के तौर पर रखा है और प्रतियोगी परीक्षा में कंप्यूटर का अलग से प्रश्नपत्र होगा। सहकारी बैंकों में कोर बैंकिंग सिस्टम लागू किया जा रहा है। कोर बैंकिंग से गांवों में खुले जीएसएस और मिनी बैंकों तक को जोड़ा जाएगा। कोर बैंकिंग लागू होने के बाद बैंक का सारा काम कंप्यूटर आधारित हो जाएगा। इसके चलते सभी सहकारी बैंकों और मिनी बैंकों के कर्मचारियों के लिए कंप्यूटर सीखना अनिवार्य किया गया है।
प्रदेश की सभी सहकारी बैंकों और मिनी बैंकों के कर्मचारियों के लिए कंप्यूटर जानना अनिवार्य कर दिया है। नई भर्तियों में उन्हीं उम्मीदवारों को लिया जाएगा जो कंप्यूटर जानते हैं। पुराने कर्मचारियों को भी एक साल के अंदर कंप्यूटर सीखने के लिए कहा गया है। - आर.के. मीणा, प्रमुख सचिव, सहकारिता विभाग(दैनिक भास्कर,जयपुर,7.8.2010)
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