प्रदेश के विभिन्न विभागों में कार्यरत करीब दस हजार अनुबंध कर्मचारियों को दिसंबर में इंक्रीमेंट का तोहफा मिल जाएगा। वित्त विभाग के अनुसार सरकार वेतनलाभ की अधिसूचना दिसंबर माह से पहले जारी कर देगी। प्रदेश सरकार ने अनुबंध नीति के तहत कर्मचारियों को इंक्रीमेंट देने का प्रावधान किया है। यह बेसिक-पे का तीन फीसदी है, लेकिन नई अनुबंध नीति के तहत नियुक्त हजारों कर्मचारियों का कार्यकाल एक साल से अधिक हो गया है।
सरकार की अनुबंध नीति के तहत अभी इन्हें इंक्रीमेंट का लाभ नहीं मिला है। कई कर्मचारियों को तो लगभग डेढ़ साल से भी अधिक का समय हो चुका है। सरकार ने अनुबंध आधार पर रखे गए कर्मचारियों को दिसंबर 2009 में नया वेतनमान देने की अधिसूचना जारी की थी और इंक्रीमेंट का लाभ भी इसी तारीख के आधार पर देने पर विचार किया जा रहा है।
इस तारीख के हिसाब से दिसंबर 2010 में एक साल का सेवाकार्यकाल पूरा होने पर इसका नकद भुगतान जनवरी 2011 से होगा। नया वेतनमान जारी किए जाने की अधिसूचना के हिसाब से सभी अनुबंध कर्मचारियों को एक ही तारीख से इंक्रीमेंट का लाभ मिलेगा।
अनुबंध नीति के तहत नियुक्तहुए कर्मचारियों में सात हजार शिक्षा विभाग में ही कार्यरत हैं। वित्त विभाग ने सभी विभागों को दिशा-निर्देश दिए हैं कि वेतनमान का विकल्प देने वाले अनुबंध कर्मचारियो को नए वेतनमान लागू होने की तारीख से ही इंक्रीमेंट का लाभ दिया जाएगा। अनुबंध कर्मचारियों के वेतन में साढ़े तीन सौ से लेकर एक हजार रुपए प्रतिमाह की बढ़ोतरी होगी।
पीटीए शिक्षक अपनी समस्याओं को लेकर 28 सिंतबर को मुख्यमंत्री से मिलेंगे। संघ के प्रदेशाध्यक्ष विवेक मेहता ने बताया कि हर जिले से पांच-पांच प्रतिनिधि और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री के समक्ष पीटीए शिक्षकों के वेतन में बढ़ोतरी, महिला शिक्षको को मातृत्व अवकाश की सुविधा, कॉन्ट्रेक्ट के समकक्ष नीति बनाने और वेतन का भुगतान हर माह किए जाने की मांग रखी जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि निकट भविष्य में होने जा रही अनुबंध शिक्षकों की नियुक्तियों और पदोन्नतियों के माध्यम से शिक्षकों को न हटाया जाए(दैनिक भास्कर,शिमला,14.9.2010)।
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