केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। सरकार ने कर्मचारियों के डीए यानी महंगाई भत्ते में 10 फीसदी का इजाफ कर दिया है। इस बढ़ोतरी के प्रस्ताव को आज कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। महंगाई भत्ते मे 10 फीसदीं बढ़ोतरी छठे वेतन आयोग के आधार पर की जाएगी।
अब तक कर्मचारियों उनके मूल वेतन पर 35 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जा रहा था। लेकिन अब कर्मचारियों का महंगाई भत्ता, उनके मूल वेतन का 45 फीसदी दिया जाएगा। सरकार के इस फैसले से सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 1000 रुपए से लेकर 10,000 रुपए प्रतिमाह का फायदा होगा। बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार ने महंगाई भत्ते में 10 फीसदी की बढ़ोतर का फैसला किया है। केंद्र सरकार हर साल महंगाई भत्ते में दो बार बढ़ोतरी करती है। यह बढ़ोतरी जनवरी और जून महीने में की जाती है। इस साल जनवरी महीने में सरकार ने इसमें 8 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। तब सरकार पर आठ हजार करोड़ रुपए का भार पड़ा था। अब 10 प्रतिशत दर जारी करने के बाद सरकारी खजाने पर दस हजार करोड़ रुपए का भार पड़ेगा(भास्कर डॉट कॉम,दिल्ली,16.9.2010)।
राजस्थान पत्रिका लिखता है कि ऎसा पहली बार हुआ है जब केन्द्र सरकार ने 10 प्रतिशत महंगाई भत्ते की अतिरिक्त किश्त जारी करने का ऎलान किया है। इस बारे में आज केबिनेट की बैठक में चर्चा के बाद मंजूरी दी गई। जनवरी महीने में सरकार ने 8 प्रतिशत की किश्त जारी की थी। तब सरकार पर आठ हजार करोड़ रूपए का भार पड़ा था। अब 10 प्रतिशत दर जारी करने पर दस हजार करोड़ रूपए का भार पड़ेगा।
दस प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ने से सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को एक हजार रूपए से लेकर दस हजार रूपए प्रतिमाह का फायदा होगा। पिछले छह महीनों में खाद्य पदार्थो पर महंगाई 20 प्रतिशत, खुदरा महंगाई की दर 18 प्रतिशत और थोक दर 12 प्रतिशत तक बढ़ी है। महंगाई की इस मार के चलते आम आदमी की जेब खाली हो गई है। सब्जियों और फलों के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
महंगाई से पार पाने के लिए केंद्र सरकार साल जनवरी और जून में दो बार महंगाई भत्ता की दर में बढ़ोतरी करती है।
दस प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ने से सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को एक हजार रूपए से लेकर दस हजार रूपए प्रतिमाह का फायदा होगा। पिछले छह महीनों में खाद्य पदार्थो पर महंगाई 20 प्रतिशत, खुदरा महंगाई की दर 18 प्रतिशत और थोक दर 12 प्रतिशत तक बढ़ी है। महंगाई की इस मार के चलते आम आदमी की जेब खाली हो गई है। सब्जियों और फलों के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
महंगाई से पार पाने के लिए केंद्र सरकार साल जनवरी और जून में दो बार महंगाई भत्ता की दर में बढ़ोतरी करती है।
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