भारत सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम इन्स्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड (आईएल) के कोटा स्थित कार्यालय पर बुधवार को केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कार्रवाई कर फर्जी डिग्री से इंजीनियर की नौकरी पाने के मामले में दस्तावेजों की पडताल की। इस बारे में आईएल के आधा दर्जन अधिकारियों से पूछताछ की।
सूत्रों ने बताया कि जयपुर से आई सीबीआई की टोली ने इंजीनियरिंग के फर्जी दस्तावेजों से आईएल में नौकरी पाने वाले लखनऊ निवासी प्रदीप श्रीवास्तव के संबंधित दस्तावेजों की जांच की। सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि प्रदीप श्रीवास्तव के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने की शिकायत मिली थी।
जांच में श्रीवास्तव की डिग्री फर्जी पाई गई है। उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। श्रीवास्तव को करीब दस साल पहले संविदा के आधार पर अभियंता के रखा गया था। पिछले साल उसे नियमित कर दिया गया। फर्जी दस्तावेजों से नौकरी हासिल करने का मामला सामने आने पर आईएल प्रबंधन ने पिछले दिनों श्रीवास्तव को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।
टोली में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में आईएल के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। टोली के अधिकारी गुरूवार को भी उच्चाधिकारियों से इस मामले में पूछताछ करने की संभावना है(राजस्थान पत्रिका,कोटा,16.9.2010)।
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