चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने स्नात्कोत्तर की मूल्यांकन प्रणाली में बदलाव किया गया है। नई प्रणाली के तहत छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के जरिए पचास प्रतिशत अंक दिए जाएंगे। विवि की परीक्षा में अब उन्हें पचास प्रतिशत अंक ही मिलेंगे। रिजल्ट दोनों परीक्षा के अंकों के आधार पर बनाया जाएगा। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों में स्नात्कोत्तर की कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति कम होने की लगातार शिकायत आ रही थी। जिसे देखते हुए विवि ने मूल्यांकन प्रणाली में बदलाव किया। इसके तहत पचास प्रतिशत अंक देने का अधिकार कॉलेजों को दे दिया गया है। जिसके तहत कॉलेज तीन स्तर पर परीक्षा लेंगे। जिसमें तीस अंक की लिखित, दस अंक की क्विज और दस अंक की एसाइंमेंट परीक्षा ली जाएगी। बाकी पचास अंक की परीक्षा विवि की ओर से ली जाएगी। कॉलेज द्वारा दिए गए अंक विवि को भेज दिया जाएगा। दोनों के आधार पर ही रिजल्ट बनाया जाएगा(दैनिक जागरण,नोएडा,16.9.2010)।
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