अतिरिक्त फीस की मांग पूरी न करने वाले विद्यार्थियों के खिलाफ कॉलेज प्रशासन अब मनमाना रवैया अपनाने लगा है। आईआईएम रोड स्थित एक कॉलेज ने अतिरिक्त फीस न देने पर ग्यारह विद्यार्थियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। लखनऊ विश्वविद्यालय कुलसचिव से इस बाबत शिकायत की गई है। लविवि प्रशासन भी कॉलेजों की मनमानी रोकने में असमर्थ नजर आ रहा है। उल्लेखनीय है कि बीएड के लिए शासन ने 30359 रुपये फीस निर्धारित की है। बीएड की काउंसिलिंग के दरमियान विद्यार्थियों ने यह फीस जमा भी कर दी है। इसके विपरीत कॉलेज प्रशासन 40 हजार से 50 हजार रुपये अतिरिक्त फीस की मांग कर रहे हैं। इस मामले में कुछ कॉलेज प्रशासक कोर्ट भी गए हैं। फीस को लेकर असमंजस की स्थिति बनी होने का फायदा कॉलेज बखूबी उठा रहे हैं। कालेजों की तानाशाही का रवैया इसी से लगाया जा सकता है कि अब फीस की मांग पूरी न करने वाले विद्यार्थियों के खिलाफ सख्ती शुरू कर दी गई है। आईआईएम रोड स्थित एक कॉलेज ने बीते दो दिनों में 11 छात्र-छात्राओं को कॉलेज से निकाल दिया है। विद्यार्थियों ने बताया कि उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया है। कॉलेज प्रशासन बिना किसी रसीद के फीस जमा करने की बात कह रहा है, जिसे छात्रों ने स्वीकार नहीं किया। विवि प्रवक्ता प्रो.एसके द्विवेदी का कहना है कि कॉलेज यदि समझते हैं कि प्रवेश न देकर खाली सीटों पर मनमाने ढंग से प्रवेश ले सकते हैं, तो यह गलतफहमी न रखें। फीस भी केवल उतने ही विद्यार्थियों की कॉलेजों को भेजी जाएगी जितने प्रवेश होंगे(दैनिकजागरण,लखनऊ,16.9.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।