आवेदन की अंतिम तिथि-30 सितम्बर, 2010 विज्ञान के क्षेत्र में लगातार नई-नई खोजों को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय विज्ञान एवं तकनीकी मंत्रालय की ओर से होनहार युवाओं को लगातार तकनीकी व आर्थिक मोर्चे पर सहयोग प्रदान किया जाता है। ऐसी ही एक योजना टाटा इनोवेशन फैलोशिप है, जिसके तहत विज्ञान के क्षेत्र में नई खोज के लिए आर्थिक मोर्चे पर सहयोग प्रदान किया जाता है। इस रिसर्च का उद्देश्य नई तकनीकों का देश के विकास में इस्तेमाल करना है। योग्यता इस फैलोशिप को पाने के लिए आवेदक का न सिर्फ भारत में रहना व भारतीय होना जरूरी है, बल्कि उसकी उम्र 60 से कम होनी चाहिए। इतना ही नहीं, आवेदक जिस भी क्षेत्र में रिसर्च करना चाहता है, उसका प्रोफेशनल स्तर का अनुभव उसे होना चाहिए, ताकि वह रिसर्च को बेहतर ढंग से अंजाम दे सके। शैक्षणिक योग्यता फैलोशिप को पाने के लिए आवेदक का पीएचडी इन लाइफ साइंसेज, एग्रीकल्चर या मास्टर इन मेडिकल साइंस, इंजीनियरिंग और इसी तरह की डिग्रियों के साथ बायोटेक्नोलॉजी विषय में अध्ययनरत होना जरूरी है। एक साथ दो फैलोशिप नहीं फैलोशिप पाने वाले आवेदकों के लिए मंत्रालय की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि वह पहले से ही ऐसी किसी रिसर्च से जुड़ी फैलोशिप या स्कॉलरशिप पा रहा है तो इसका लाभ उसे नहीं मिल सकता। उसे एक फैलोशिप का चुनाव करना होगा। फैलोशिप की संख्या व मिलने वाली सहायता हर साल नई खोज के लिए पांच फैलोशिप प्रदान की जाती हैं, जिनके तहत चुने जाने पर 20 हजार रुपये मासिक दिए जाते हैं। इसके अलावा हर फैलो को विशेष अनुदान के तौर पर पांच लाख रुपये प्रति वर्ष दिए जाते हैं, जिसके जरिये वह छोटे-मोटे उपकरण, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय यात्रा और जरूरत पड़ने पर आवश्यक श्रमशक्ति को एकत्र कर सकता है। इसी तरह आवेदक जिस भी संस्थान में काम कर रहा है, उसका संसाधनों के मौके पर आधिकारिक सहयोग भी रिसर्च के लिए आवश्यक है। इस रिसर्च के दौरान फैलोशिप पाने वाला व्यक्ति अपनी नौकरी जारी रख सकता है। फैलोशिप की अवधि आमतौर पर इस फैलोशिप की अवधि तीन साल निर्धारित है, लेकिन रिसर्च के स्तर को देखते हुए पुन: मंजूरी लेने पर इसे दो साल आगे तक बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए आवेदक को मंत्रालय की ओर से निर्धारित आवश्यक मंजूरी की प्रक्रिया का पालन करना होता है। कैसे करें आवेदन इस फैलोशिप को पाने लिए डीबीटी (डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी) की वेबसाइट पर उपलब्ध आवेदन का प्रारूप भर कर भेजना होगा। इसके लिए आवेदक को नियमों के तहत निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा और उसके बाद ही इसकी मंजूरी मिलती है। अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें डॉ. मीनाक्षी मुंशी, ज्वाइंट डायरेक्टर, डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, ब्लॉक-2, टी फ्लोर, सीजीओ कॉम्पलेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली-110003 (पायल रावत,हिंदुस्तान,दिल्ली,14.9.2010)
ई मेल - meenakshi29.dbt@nic.in
वेबसाइट - www.dbtindia.nic.in,
www.dbtindia.gov.in
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14 सितंबर 2010
टाटा इनोवेशन फैलोशिप-2010:नई खोज पर मिलेगा सहयोग
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