गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक छात्रों की पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से देशभर में 31 नए जवाहर नवोदय विद्यालयों का शुभारंभ आज राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया।
इन नवोदय विद्यालयों की स्थापना वायनाड, लुंगलेई, लावथेंगलाई, पूर्वी केमांग, पश्चिमी गारो पहाड़ी, पारेन, भद्रक, धमतारी, कांकेर, कोरिया, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, हूगली, विरभूमि, फतेहाबाद, यमुनानगर, अंबाला, श्रावस्ती, बलरामपुर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, औरिया, देहरादून, चंपावत, कारौली, पंचहमल, मेहसाणा, अकोला, प्रभानी में की गई है।
नवोदय विद्यालय संगठन के आयुक्त मनोज सिंह ने कहा, ‘‘ समाज के सबसे अधिक पिछड़े वर्गो सहित ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाशाली बच्चों को उच्चकोटि की शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से नवोदय विद्यालयों का विस्तार किया जा रहा है। देश में अभी 593 नवोदय विद्यालय हंै।’’ उन्होंने कहा कि नवोदय विद्यालय में योग्यता एवं लिखित प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर छात्रों का चयन होता है। प्रत्येक वर्ष यह प्रतियोगिता अखिल भारतीय, जिला स्तर और ब्लाक स्तर पर आयोजित होती है।
उन्होंने कहा कि इसमें 75 प्रतिशत स्थान ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है जबकि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के बच्चों के लिए उक्त जिले में उनकी जनसंख्या के अनुपात में स्थान आरक्षित रहते हैं। नवोदय विद्यालय में बालिकाओं के लिए एक तिहाई सीटें और विकलांगों के लिए तीन प्रतिशत सीटें आरक्षित होती हैं(पीटीआई,8.9.2010)।
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