केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबंधित स्कूलों में अब आठवीं कक्षा तक पास होना आसान हो गया है। सीबीएसई ने छठी से आठवीं कक्षा तक न केवल सिलेबस को दो हिस्सों में बांट दिया है, बल्कि विद्यार्थियों को परीक्षाओं के बोझ से भी राहत दी है। अब 40 अंकों का फोरमेटिव असेस्मेंट और 60 अंकों का सेमेटिव असेस्मेंट टेस्ट होगा। इस आधार पर विद्यार्थियों को पास होने के लिए अधिक माथापच्ची नहीं करनी पड़ेगी।
सीबीएसई स्कूलों में परीक्षाओं पर परीक्षाएं विद्यार्थियों के लिए आफत बन गईं थी। कभी वीकली तो कभी यूनिट टेस्ट ने विद्यार्थियों में पढ़ाई का खौफ पैदा कर दिया था। विद्यार्थियों पर टेस्ट में पास होने का मानसिक दबाब है, लेकिन अब विद्यार्थियों की ओवरऑल गतिविधियों के आधार पर उसकी पढ़ाई का मूल्यांकन होगा। इसके लिए परीक्षाएं दो भागों में होगी। प्रथम बार की परीक्षा में एफए1- 10 प्रतिशत, एफए2-10 प्रतिशत एवं एसए1-30 प्रतिशत अंकों का तथा द्वितीय बार की परीक्षा में एफए4-10 प्रतिशत अंक, एफए4-10 प्रतिशत एवं एसए 2-30 प्रतिशत अंकों का होगा। इस निर्धारण से विद्यार्थियों को परीक्षा में अधिक लिखने की कसरत से मुक्ति मिल जाएगी।
प्रतिभा निखारने का मिलेगा मौका
परीक्षा की नई व्यवस्था के तहत प्रत्येक विद्यार्थी को अपनी बहुमुखी प्रतिभा निखारने का अवसर मिलेगा। अब प्रत्येक विद्यार्थी को इस गतिविधियों में शामिल होना होगा। स्टूडेंट्स को एटीट्यूट, लाइफ स्किल, नैतिक शिक्षा, हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन आदि के आधार पर अंक प्राप्त होंगे।
पूछे जाएंगे लघु उत्तरीय प्रश्न
विद्यार्थियों को लिखित परीक्षा में भी अधिक कलम घिसने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब इसमें लघु उत्तरी प्रश्न भी पूछे जाएंगे। इस तरह विद्यार्थी को पास होने की टेंशन से मुक्ति मिलेगी और साथ में अच्छे से पढ़ाई करने पर गुड मार्क्स की गारंटी भी मिल जाएगी।
सीबीएसई की नई गाइडलाइन के अनुसार छठी से आठवीं कक्षा की परीक्षाएं अब दो टर्म में होंगी। लिखित परीक्षा का भी अधिक दबाव नहीं रहेगा। दोनों टर्म में 40 अंकों का फोरमेटिव असेस्मेंट व 60 अंकों का सेमेटिव असेस्मेंट होगा। यह गाइड लाइन वेबसाइड पर भी आ गई है।
डा. राजन लांबा, प्रिंसिपल एवं अध्यक्ष सहोदय स्कूल कांप्लेक्स(दैनिक भास्कर,करनाल,13.9.2010)
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