पढ़ाई को आसान बनाने और नौनिहालों को पास करने के लिए विभागीय स्तर पर कई प्रयोग हो रहे है। इसी कड़ी में एक नया प्रयोग इस वर्ष कक्षा नौ और ग्यारह में होने वाला है। दोनों कक्षाओं में इस वर्ष सतत और व्यापक मूल्यांकनशुरू किया जा रहा है। इसके अंतर्गत कक्षा नौ और ग्यारह के छात्र-छात्राओं को उनकी कक्षा में उपस्थिति पर भी अंक दिए जाएंगे। इन अंकों की गणना वाषिर्क परीक्षाफल में शामिल की जाएगी। उपस्थिति के लिए मिलने वाले यह अंक छात्र-छात्राओं को पास होने में सहायता करेंगे।
विभागीय स्तर पर कक्षा नौ और ग्यारह के लिए सतत और व्यापक मूल्यांकन की सभी तैयारी पूरी हो गई है। उत्तराखंड मा. शिक्षा परिषद रामनगर की परीक्षा समिति की सहमति भी मिल चुकी है। सतत एवं व्यापक मूल्यांकन में दोनों कक्षाओं के वर्ष में चार यूनिट टेस्ट होंगे। दो टेस्ट अर्धवाषिर्क परीक्षा से पहले और दो वाषिर्क परीक्षा से पहले लिए जाएंगे। यूनिट टेस्ट के साथ ही होमवर्क, प्रोजेक्ट और प्रेक्टिकल सभी का अलग-अलग मूल्यांकन किया जाएगा। छात्र- छात्राओं का मूल्यांकन दो आधार पर होगाः शैक्षिक और अन्य योग्यता। इसमें अन्य क्रियाकलाप के अंतर्गत खेल, एनसीसी, योग व स्कॉउट गाइड आदि का परीक्षण और मूल्यांकन भी होगा। मूल्यांकन में अंक और ग्रेड दोनों दिए जाएंगे।
यह सब कवायद राइट टू एजुकेशन को सफल बनाने के लिए हो रही है। सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन छात्र-छात्रा को आसानी से पास करने में सहायता करेगा। पास होने को और आसान बनाने के लिए छात्र-छात्राओं के कक्षा में उपस्थिति के भी अंक दिए जाएंगे। जहां कक्षा नौ में एक ही विषय में उपस्थिति पर अंक मिलेंगे। वहीं कक्षा ग्यारह में सभी विषयों में उपस्थिति के अलग-अलग अंक मिलेंगे। कक्षा में 80 से 85 प्रतिशत उपस्थिति पर एक और 85 से 90 प्रतिशत की उपस्थिति पर दो अंक दिए जाएंगे। सत्त एवं व्यापक मूल्यांकन के संबंध में प्रदेश के सभी जिला शिक्षाधिकारियों एवं खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है कि वह विद्यालयों में छात्र व शिक्षकों को इसे बारीकी समझाएं, ताकि नए आधार पर होने वाले मूल्यांकन का लाभ छात्र-छात्राओं को मिल सके(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,3.9.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।