मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

21 सितंबर 2010

डीयू में एक नंबर पर एक पास,एक फेल

दिल्ली विश्वविद्यालय की लापरवाही का एक और नमूना। उतने ही अंक मिलने पर किसी छात्र को जिस विषय में पास दिखाया गया है उसी विषय में उतने ही अंक पर किसी छात्र को फेल। एक छात्र को तो निर्धारित से अधिक अंक होने के बावजूद फेल दिखाया गया। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा केमिस्ट्री ऑनर्स प्रथम वर्ष की अंक तालिकाओं में ये गड़बडझाला देखने में आया है। सबसे बड़ी गड़बड़ी क्वालिफाइंग पेपर अंग्रेजी में है। एक छात्र को अंग्रेजी में 50 में 17 अंक आने पर पास दिखाया गया है तो दूसरे छात्र को 50 में से 17 अंक आने पर फेल। एक छात्र, जिसके अंग्रेजी में 50 में 24 अंक हैं, उसे फेल दिखाया है तो 50 में 20 अंक पानेवाले दूसरे छात्र को पास। यही हाल फीजिक्स ऑनर्स का है । एक छात्र के क्वालीफाइंग पेपरअं
ग्रेजी में 50 में 17 अंक आने पर फेल दिखाया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य राजीव रे कहते हैं कि जो छात्र फेल है लेकिन गलतीसे उन्हें पास दिखाया गया है, तो इसका फर्क भविष्य में उनके कैरियर पर पड़ सकता है । ऐसी स्थिति में छात्रों को अपनी अंक तालिका को सावधानी से जांचना चाहिए। वाइस चांसलर दीपक पेंटल का कहना है कि वर्तमान परीक्षा के सिस्टम में काफी सुधार की आवश्यकता है और हम इसीलिए सेमेस्टर सिस्टम लागू करने जा रहे हैं ताकि सिस्टम यूनीफॉर्म रहे(अनुराग मिश्र,हिंदुस्तान,दिल्ली,20.9.2010)।

1 टिप्पणी:

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।