स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही और काम करने का तरीका बुधवार को सामने आ गया। राष्ट्रीय तंबाकू निषेध कार्यक्रम के तहत दून और टिहरी जिले में संविदा पर होने वाली भर्ती प्रक्रिया भारी अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गई। महकमे ने न तो अभ्यर्थियों के पंजीकरण के लिए कोई व्यवस्था की थी और न ही कर्मचारियों को तैनात किया गया। इससे सैकड़ों अभ्यर्थियों ने महानिदेशालय परिसर में जमकर हंगामा किया। बामुश्किल पंजीकरण का काम जैसे-तैसे शुरू कराया गया। अंत में साक्षात्कार प्रक्रिया को 19 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया। स्वास्थ्य विभाग ने 22 अगस्त को राष्ट्रीय तंबाकू निषेध कार्यक्रम के तहत संविदा पर भर्ती के लिए छह पदों पर वॉक इन इंटरव्यू का विज्ञापन जारी किया था। इसमें दो पद सामाजिक कार्यकर्ता, दो मनोवैज्ञानिक व दो पद डाटा एंट्री ऑपरेटर के थे। बुधवार को वॉक इन इंटरव्यू था। सैकड़ों अभ्यर्थी इंटरव्यू के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय पहुंचे। अभ्यर्थी यह देख हैरत में पड़ गए कि इंटरव्यू प्रक्रिया के लिए महानिदेशालय स्थित नर्सिग कॉलेज परिसर में कोई भी तैयारी नहीं थी। न तो पंजीकरण काउंटर बनाया गया था और न ही जानकारी देने के लिए किसी कर्मचारी को तैनात किया गया। देखते ही देखते सैकड़ों अभ्यर्थियों का हुजूम नर्सिग कॉलेज परिसर में उमड़ आया। भीड़ बढ़ती देख अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए और उन्होंने वहां से खिसकने में ही भलाई समझी। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.एचसी भट्ट के मौके पर पहुंचने के बाद स्थितियों में कुछ सुधार आया और तभी डीजी के निर्देश पर अपराह्न तक बामुश्किल पंजीकरण का काम शुरू हो पाया। इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के पहुंचने के कारण बाद में आखिरकार महकमे को साक्षात्कार प्रक्रिया को स्थगित करना पड़ा। अब 19 सितंबर से साक्षात्कार प्रक्रिया प्रारंभ होगी। इसके लिए पहले सभी पंजीकृत अभ्यर्थियों के नाम समाचार पत्रों में प्रकाशित किए जाएंगे। उसके बाद सभी को अलग-अलग बैच बनाकर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा(दैनिक जागरण,देहरादून,16.9.2010)।
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