मेडिकल, इंजीनियरिंग व डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा के बाद अब आईटीआई प्रवेश परीक्षा में भी फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में दाखिले के लिए आठ जिलों में हो रही काउंसिलिंग के क्रम में अठारह फर्जी छात्र पकड़े गए। इनके बदले किसी और ने परीक्षा दी थी। जिलों से जानकारी मिलने के बाद झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद ने इन छात्रों के नाम व क्रमांक के साथ फर्जीवाड़े की पूरी रिपोर्ट मांगी है।
कैसे प्रकाश में आया मामला :
झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद ने इस वर्ष आयोजित परीक्षा में पहली बार अभ्यर्थियों की फोटोग्राफी कराई थी। काउंसिलिंग में आए अभ्यर्थियों का फोटोग्राफ से मिलान किया जा रहा था। मिलान के क्रम में दूसरे लोगों के परीक्षा में शामिल होने बात सामने आई। फोटोशाप के माध्यम से आवेदन पत्र पर ऐसे फोटो चिपकाए गए थे, जो परीक्षा में शामिल छात्र व मूल छात्र से मेल खाते थे। पहली बार विकेंद्रित काउंसिलिंग होने से भी फर्जी छात्र आसानी से धरे जा रहे हैं(दैनिक जागरण,रांची,17.9.2010)।
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