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10 सितंबर 2010

उत्तराखंडःशिक्षा सचिव का फर्ज़ी दस्तखत कर स्थानांतरण की कोशिश नाकाम

शिक्षा विभाग में ट्रांसफर के लिए कोई भी शख्स जो न कर दें, वही कम है। एक मास्साब ने जो किया, उससे तो एकबारगी महकमा ही सकते में आ गया। इन साहब ने टिहरी से देहरादून जनपद में तैनाती पाने के लिए शिक्षा सचिव के फर्जी हस्ताक्षर से खुद ट्रांसफर कर डाला। उसके बाद नई तैनाती का आर्डर लेने भी धमक गए, लेकिन आदेश की भाषा ने सारा खेल बिगाड़ दिया। फर्जीवाड़ा सामने आने पर विभाग ने शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। दरअसल, शिक्षा विभाग में पिछले दिनों बड़े पैमाने पर ट्रांसफर किए गए। टिहरी गढ़वाल के क्यारी गांव के जूनियर हाईस्कूल में तैनात सहायक अध्यापक नरेश कुमार भी जुगाड़ में थे कि उनका ट्रांसफर देहरादून जनपद में हो जाए। सूची में नाम नहीं आया तो उन्हें अजीबो-गरीब तरकीब सूझी और जुट गए ताना-बाना बुनने में। मास्साब ने शिक्षा सचिव के नाम से खुद ही अपना ट्रांसफर आर्डर तैयार किया और उसे लेकर देहरादून में जिला शिक्षा अधिकारी के मयूर विहार स्थित कार्यालय में पहुंच गए। 27 अगस्त की तारीख के उल्लेख वाले इस आदेश में आदेश में नरेश कुमार का ट्रांसफर देहरादून जिले के डोईवाला गढ़ी श्यामपुर स्थित जूनियर हाईस्कूल में करना दर्शाया गया था। इस पत्र का हवाला देते हुए नरेश कुमार ने विभाग के अधिकारियों से डोईवाला में तैनाती देने के आदेश जारी करने का आग्रह किया। सूत्रों के मुताबिक आदेश की भाषा व शिक्षा सचिव के हस्ताक्षर पर संदेह होने पर मामले की असलियत पता कराई गई तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया। गुरुवार को अपर जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक) राजेंद्र सिंह रावत ने रायपुर थाने में नरेश कुमार के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने का मुकदमा दर्ज कराया(अंकुर अग्रवाल,देहरादून,10.9.2010)।

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