बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट बुधवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी और राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के साथ एक करार करेगी। दोनों यूनिवर्सिटी और उनसे संबद्ध कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के ड्रीम स्पार्क कार्यक्रम के तहत कई प्रोग्राम की सुविधाएं निशुल्क दी जाएंगी।
ड्रीम स्पार्क से पूरे होंगे सपने
राजस्थान यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकारी भूपेन्द्रसिंह ने बताया कि बुधवार दोपहर 12:30 बजे कुलपति सचिवालय में माइक्रोसॉफ्ट की ओर से राष्ट्रीय प्रभारी मूर्ति उप्पलुरी व यूनिवर्सिटी की ओर से कुलपति प्रो. एडी सावंत एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। यूनिवर्सिटी के साथ उद्योगों का सहयोग बढ़ाने की दिशा में यह करार किया जा रहा है। कंपनी द्वारा ड्रीम स्पार्क प्रोग्राम में विजुअल स्टूडियो 2010, विंडोज सर्वर 2008, एक्सप्रेशन स्टूडियो 4, विजुअल बेसिक 2008, विजुअल सी प्लस प्लस 2008, एक्स एन ए स्टूडियो 3.1, एस क्यू एल सर्वर एक्सप्रेस माइक्रोसॉफ्ट, विजुअल वेब डवलपर, माइक्रोसॉफ्ट मल्टी प्वाइंट कार्यक्रम छात्रों को निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
उधर, जेईसीआरसी इंजीनियरिंग कॉलेज में बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में राजस्थान तकनीकी यूनिवर्सिटी (आरटीयू) के कुलपति प्रो.आरपी यादव और माइक्रोसॉफ्ट इंडिया की ओर से जीएम व कंट्री हैड (डीपीई) मूर्ति उप्पलुरी एक मैमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट राज्य के करीब 125 इंजीनियरिंग कॉलेजों में 2000 कैंपस यूजर लाइसेंस जारी करेगा। इन कॉलेजों के छात्र इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी व कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए तकनीकी दक्षता हासिल कर सकेंगे।
एमओयू के बाद माइक्रोसॉफ्ट आरटीयू से जुड़े इंजीनियरिंग कॉलेजों में कैंपस यूजर लाइसेंस जारी करेगी, जिससे छात्रों व शिक्षकों को कंप्यूटर व आईटी क्षेत्र में आधुनिक टूल्स व टेक्नोलॉजी सोल्यूशंस की सुविधा मिल सकेगी। कॉलेजों में फैकल्टी को पोर्टल सुविधा मिलेगी, जिससे वे दूसरे उच्च तकनीकी संस्थानों की फैकल्टी से संवाद कर सकेंगे। हर शहर में यूजर्स ग्रुप होंगे, जिससे स्टूडेंट एक दूसरे से टेक्नोलॉजी अपडेट कर सकेंगे। बीटेक आईटी व कंप्यूटर साइंस में फाइनल व प्री फाइनल के स्टूडेंट को ट्रेनिंग सुविधा भी मिल सकेगी। इसमें चयनित स्टूडेंट माइक्रोसॉफ्ट स्टूडेंट पार्टनर प्रोग्राम के तहत दुनियाभर में गठित ‘एमएस एलिट क्लब’ से जुड़ सकेंगे।
विंडो प्लेटफार्म पर 300 प्रोग्राम
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया की शुरुआत देश में 1990 में हुई थी, इसके जयपुर सहित 16 शहरों में कॉपरेरेट ऑफिस हैं। एमएस इंडिया डवलपमेंट सेंटर ने नेक्स्ट जनरेशन लीडर्स तैयार करने के लिए अब तक 14 राज्य सरकारों के साथ एमओयू साइन किए हैं और देशभर में 300 ई-गवनेर्ंस प्रोग्राम विंडो प्लेटफार्म पर चलाए जा रहे हैं। कंपनी भारत सरकार की आईटी पार्टनर भी है।
2005 में भी हुआ था करार
अगस्त, 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने माइक्रोसॉफ्ट आईटी एकेडमी के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ 5 साल के एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। एकेडमी जयपुर में शिक्षा संकुल के 3 हजार वर्गफुट में खोली गई थी। इसमें आईटी लैब स्थापित कर कक्षा 3 से 12 तक के 3000 सरकारी स्कूलों के 8000 शिक्षकों व 4 लाख छात्रों को 12 दिन की ट्रेनिंग देने की योजना थी।
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