राज्य का कल्याण विभाग सरेंडर करने वाले उग्रवादियों के बच्चों के लिए नि:शुल्क आवासीय स्कूल खोलेगा। ये स्कूल उग्रवाद प्रभावित नौ जिलों में खोले जाएंगे। इसके लिए जमीन चिह्न्ति की जा रही है। जल्दी ही निर्माण शुरू हो जाएगा। स्कूलों में छठी से 12वीं की पढ़ाई होगी। इन स्कूलों को नेतरहाट की तर्ज पर खोलने की योजना है।
लड़के-लड़कियों के लिए अलग स्कूल : इनमें चार स्कूल लड़कों के और पांच लड़कियों के लिए होंगे। कुल 992 लड़के और 1240 लड़िकयों को इसका लाभ मिलेगा।
..ताकि भटक न जाएं मासूम
ञ्चसरकार ने नक्सलियों के लिए पुनर्वास नीति बनाई है। इसके तहत समर्पण करने वालों को सहायता दी जाएगी। उग्रवादियों के बच्चों को मुख्य धारा में लाया जाएगा, ताकि वे गलत रास्ता न पकड़ लें। इसीलिए स्कूल खेलने की योजना है। - नरेश प्रसाद यादव, उप निदेशक पीआरओ कैप्टर-डिफेंस (आदिवासी कल्याण)(दैनिक भास्कर,रांची,११.९.२०१०)
लड़के-लड़कियों के लिए अलग स्कूल : इनमें चार स्कूल लड़कों के और पांच लड़कियों के लिए होंगे। कुल 992 लड़के और 1240 लड़िकयों को इसका लाभ मिलेगा।
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ञ्चसरकार ने नक्सलियों के लिए पुनर्वास नीति बनाई है। इसके तहत समर्पण करने वालों को सहायता दी जाएगी। उग्रवादियों के बच्चों को मुख्य धारा में लाया जाएगा, ताकि वे गलत रास्ता न पकड़ लें। इसीलिए स्कूल खेलने की योजना है। - नरेश प्रसाद यादव, उप निदेशक पीआरओ कैप्टर-डिफेंस (आदिवासी कल्याण)(दैनिक भास्कर,रांची,११.९.२०१०)
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