प्री-इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी) देने के बाद प्रथम और दूसर चरण की काउंसिलिंग में पसंदीदा कॉलेज आवंटित न होने के कारण विद्यार्थियों को एक और मौका मिला है। ऐसे विद्यार्थी चाहते तो अपना प्रवेश निरस्त कराकर नए सिरे से टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में रिक्त सीटों के लिए आवेदन कर सकते हैं। ड्रापआउट सीटों के लिए विशेष काउंसिलिंग डीटीई द्वारा 17 से 20 सितंबर तक आयोजित की जाएगी। इसका लाभ लेने वाले विद्यार्थियों को 16 तक वर्तमान संस्थान से प्रवेश निरस्त कराना होगा।
डीटीई विभाग ने इस काउंसिलिंग का आयोजन करके विद्यार्थियों को गलतियों को सुधारने का मौका दिया है ताकि उन्हें मेरिट के आधार पर मनचाहा संस्थान मिल सके। इस काउंसिलिंग में वही विद्यार्थी शामिल हो सकेंगे जिन्होंने व्यापम द्वारा आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा में भाग लिया है। इतना ही नहीं ऐसे विद्यार्थी भी विशेष काउंसिलिंग में भाग ले सकेंगे जो प्रथम एवं द्वितीय चरण की काउंसिलिंग में शामिल होने के बाद आवंटित संस्था में प्रवेश नहीं लिया था। डीटीई ने ऐसे विद्यार्थियों को विशेष काउंसिलिंग का लाभ उठाने का मौका दिया था जिन्होंने प्रवेश प्राप्त कर लिया है लेकिन ऐसे विद्यार्थी विशेष काउंसिलिंग में तभी शामिल हो सकेंगे जब वे 16 सितंबर से पूर्व अपना संबंधित संस्थान से प्रवेश निरस्त करवा लेंगे। साथ ही प्रवेश निरस्त करवाने के बाद रसीद प्राप्त करना अनिवार्य है।
डीटीई के ओएसडी लक्ष्मीनारायण रेड्डी के मुताबिक विशेष काउंसिलिंग की शुरुआत 17 सितंबर से शुरू होगी। 17 से 20 सितंबर तक ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन और दस्तावेजों का सत्यापन हेल्प सेंटर पर करवाना होगा। आरक्षित वर्ग के ऐसे विद्यार्थी जो पूर्व में दस्तावेजों का सत्यापन करवा चुके हैं, उन्हें इस प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। इसी तिथि के अन्तर्गत विद्यार्थियों को संस्थान का चयन कर लॉक करना होगा। इसके बाद विद्यार्थियों को 23 से 25 तक ऑन लाइन आवंटन पत्र जारी कर दिए जाएंगे। इस तिथि के अन्तर्गत संबंधित संस्थान में प्रवेश लेना होगा।
डीटीई विभाग ने इस काउंसिलिंग का आयोजन करके विद्यार्थियों को गलतियों को सुधारने का मौका दिया है ताकि उन्हें मेरिट के आधार पर मनचाहा संस्थान मिल सके। इस काउंसिलिंग में वही विद्यार्थी शामिल हो सकेंगे जिन्होंने व्यापम द्वारा आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा में भाग लिया है। इतना ही नहीं ऐसे विद्यार्थी भी विशेष काउंसिलिंग में भाग ले सकेंगे जो प्रथम एवं द्वितीय चरण की काउंसिलिंग में शामिल होने के बाद आवंटित संस्था में प्रवेश नहीं लिया था। डीटीई ने ऐसे विद्यार्थियों को विशेष काउंसिलिंग का लाभ उठाने का मौका दिया था जिन्होंने प्रवेश प्राप्त कर लिया है लेकिन ऐसे विद्यार्थी विशेष काउंसिलिंग में तभी शामिल हो सकेंगे जब वे 16 सितंबर से पूर्व अपना संबंधित संस्थान से प्रवेश निरस्त करवा लेंगे। साथ ही प्रवेश निरस्त करवाने के बाद रसीद प्राप्त करना अनिवार्य है।
डीटीई के ओएसडी लक्ष्मीनारायण रेड्डी के मुताबिक विशेष काउंसिलिंग की शुरुआत 17 सितंबर से शुरू होगी। 17 से 20 सितंबर तक ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन और दस्तावेजों का सत्यापन हेल्प सेंटर पर करवाना होगा। आरक्षित वर्ग के ऐसे विद्यार्थी जो पूर्व में दस्तावेजों का सत्यापन करवा चुके हैं, उन्हें इस प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। इसी तिथि के अन्तर्गत विद्यार्थियों को संस्थान का चयन कर लॉक करना होगा। इसके बाद विद्यार्थियों को 23 से 25 तक ऑन लाइन आवंटन पत्र जारी कर दिए जाएंगे। इस तिथि के अन्तर्गत संबंधित संस्थान में प्रवेश लेना होगा।
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