बीपीएड परीक्षा को लेकर एक बार फिर दो साल पहले का माहौल बन गया है। गुरूवार से शुरू हो रही इस परीक्षा के प्रवेश पत्र भी बमुश्किल उसी दिन मिल सकेंगे। वहीं परीक्षा से बाहर होने वाले छात्रों को विश्वविद्यालय के निर्णय की जानकारी भी उसी दिन मिल सकेगी। ऐसे में कालेज संचालक विवि पर अंतिम क्षणों में दबाव बना सकते हैं। हालांकि बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने 2007-08 में हुए विवाद से सबक लेते हुए इस बार नियमों को लेकर काफी सख्ती दिखाई है। इसके तहत परीक्षा में शामिल होने के लिए विवि ने अपनी पात्रता को अनिवार्य कर दिया है। बिना पात्रता प्रमाण पत्र किसी भी छात्र को प्रवेश पत्र जारी नहीं करने का कुलपति द्वारा फोन पर दिए गए आदेश पर विवि प्रशासन सोमवार शाम तक अडिग रहा। जबकि इस समय तक एक भी कालेज की पात्रता जारी नहीं हो सकी है। सूत्रों का कहना है कि 22 में से अभी तक केवल 11 कालेजों ने ही पात्रता के लिए आवेदन किया है। इनके दस्तावेजों की जांच भी पूर्ण हो गई है, लेकिन दस कालेजों ने अभी तक विवि के आदेशानुसार अभी तक राजपत्रित अधिकारी से दस्तावेज सत्यापित नहीं कराए हैं और न ही प्राचार्य से अग्रेषित फार्म ही विवि को मिले हैं। जबकि कैरियर कालेज ने सत्र 2008-09 में जीरो ईयर घोषित कर दिया है। अब इन कालेजों की पात्रता दो दिन में बनना संभव नहीं है। ऐसे में परीक्षा वाले दिन ही परीक्षा शाखा द्वारा प्रवेश पत्र जारी किए जा सकेंगे। ऐसे में जिन छात्रों को अपात्र घोषित किया जाएगा, उनका विरोध सामने आना निश्चित माना जा रहा है(दैनिक जागरण,भोपाल,14.9.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।