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13 सितंबर 2010

अगले तीन महीने में बढ़ेंगी नियुक्तियां

भारत में कंपनियों अगले तीन महीने में बड़ी संख्या में नई नियुक्तियां करने की योजना बना रही हैं और इस दौरान लोक प्रशासन, शिक्षा एवं सेवा क्षेत्र में नई नौकरियों की बहार आने की संभावना है। मानव संसाधन सेवाएं उपलब्ध कराने वाली फर्म मैनपावर द्वारा कराए गए एक सर्वे के अनुसार, विश्वभर में चीन और ताइवान के बाद भारत में नई नियुक्तियों को लेकर परिदृश्य सबसे अधिक अनुकूल है। मैनपावर इंडिया के प्रबंध निदेशक संजय पंडित ने बताया कि तेजी आर्थिक वृद्धि और प्रमुख वैश्विक बाजारों में सुधार के संकेत के साथ भारत में नौकरी के बाजार में तेजी का रुख है। सर्वे के मुताबिक, भारत में लोक प्रशासन एवं शिक्षा के क्षेत्र में नौकरी बढ़ने की सबसे अधिक संभावना है। इसके बाद सेवा क्षेत्र विशेषकर वित्त, बीमा एवं रियल एस्टेट क्षेत्र में नौकरियां बढ़ने की उम्मीद है।

इसके अलावा नौकरी डॉट कॉम ने कुछ दिन पहले अपने ताजा रोजगार परिदृश्य में कहा है कि भारत में दूसरी तिमाही के दौरान नौकरी मिलने के लिए सकारात्मक माहौल तैयार हो गया है। उन्होंने अनुमान लगाया है कि ७३ फीसदी यानी ७०० से ज्यादा लोग नई नौकरी के लिए इंटरव्यू देंगे। नौकरी डॉट कॉम के सर्वे में कहा कि संभावित ५५ फीसदी लोग दूसरी नौकरी की ओर रुख करेंगे, तीन फीसदी लोग वहीं रहेंगे।

मैनपावर के सर्वे के मुताबिक, नौकरी पर रखने की प्रक्रिया की दर आगामी तीन महीनों तक ३८ फीसदी रहेगी। लेकिन तीसरी तिमाही के दौरान इसमें और तेजी आएगी और यह आंकड़ा ४१ फीसदी पर पहुंच जाएगा। नौकरी डॉट कॉम के सर्वे के मुताबिक, सभी क्षेत्रों में संघर्षण का स्तर २० फीसदी के नीचे रहेगा। इन्फो एज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (मार्केटिंग एंड कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशंस) सुमीत सिंह ने कहा कि २०१० के पहली छमाही के दौरान नियुक्ताओं की जा रही नियुक्ति प्रक्रिया की रफ्तार काफी तेज है और आत्मविश्वास का स्तर भी ऊंचा है। यह इस बात की ओर इशारा करता है कि नौकरियों की नई संभावनाएं बने रहेंगी तथा माहौल नौकरी ढूंढने वालों के लिए अनुकूल बना रहेगा। यदि क्षेत्रवार तौर पर देखा जाए तो मैनपावर के सर्वे के मुताबिक, सार्वजनिक प्रशासन और शिक्षा में ४५ फीसदी के साथ सबसे ज्यादा रोजगार मिलने की संभावनाएं हैं। इसके अलावा सेवा क्षेत्र (४० फीसदी) और वित्तीय बीमा और रियल एस्टेट (३४ फीसदी) है। सर्वे के मुताबिक, ट्रांसपोर्टेशन तथा थोकबिक्री एवं खुदरा कारोबार क्षेत्रों का रोजगार परिदृश्य २२ फीसदी है। पंडित ने कहा कि एक बार मजबूत घरेलू नियुक्ति के साथ सुधरते अंतरराष्ट्रीय अवसरों को मिलाएंगे तो नौकरी तलाशने वालों के लिए भारत का वातावरण सबसे अच्छा मिलेगा(मेट्रो रंग, नई दुनिया,दिल्ली,13.9.2010)

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