केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बच्चों पर शिक्षा के दबाव को कम करने के लिए मूल्यांकन योजना के तहत शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का फैसला किया है। सीबीएसई ने यह फैसला स्कूलों में मूल्यांकन योजना को सही तरीके से लागू करने के उद्देश्य से लिया है। इस योजना द्वारा बच्चों पर पढ़ने वाले शिक्षा के दबाव को कम किया जाएगा।
योजना यह है कि छात्रों में शिक्षा ग्रहण करते समय जो डर होता है, वह कम हो सके। इसके अलावा जो छात्र जिस विषय में रुचि रखता है उसे उसकी शिक्षा दी जाए। इसमें अभिभावकों की अहम भूमिका होगी। बोर्ड ने तैयारी भी शुरू कर दी है जो शिक्षकों को प्रशिक्षण देगा। बच्चों के योगात्मक आकलन को मजबूत करने के लिए सीबीएसई एक बार फिर सभी स्कूलों में शिक्षक प्रशिक्षण भी शुरू कराएगा।
सीबीएसई ने इस योजना के तहत सभी स्कूलों में दिशा निर्देश जारी कर कहा है कि छात्रों को कम से कम होमवर्क दिया जाए। साथ ही स्कूलों को यह सुझाव दिया है कि वो छात्रों को आत्म शिक्षण और प्रोजेक्ट्स वर्क के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चों पर शिक्षा के दबाव को कम करने के लिए अभिभावकों की भी अहम भूमिका मानी जा रही है(नई दुनिया,दिल्ली,13.9.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।