मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

11 सितंबर 2010

हिंदी अकादमी के बजट में भारी कटौती

गेम्स के दौरान जहां राजधानी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी वही, देश के बड़े साहित्यक संस्थानों में शुमार हिंदी अकादमी का आंगन सूना रहेगा। दरअसल अकादमी का सालाना बजट 1.5 करोड़ से घटाकर 20 लाख रुपए कर दिया गया है।

बताते चले कि वर्ष 2009 में सिर्फ स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कवि सम्मेलन का बजट 35 लाख रुपए से ज्यादा था। हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष अशोक चक्रधर के मुताबिक ¨हदी अकादमी के फंड का इस्तेमाल सरकार कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में करेगी।


इतना हीं नहीं अकादमी के अधिकारियों को इन दिनों कॉमनवेल्थ गेम्स के विभिन्न कार्यक्रमों में तैनात कर दिया गया हैं। स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर आयोजित भव्य मुशायरा, कवि सम्मेलन व कवि दरबार हिंदी अकादमी की खासियत रहे हैं। हालांकि इस वर्ष ऐसा कोई आयोजन नही किया जा सकेगा।


अकादमी के सचिव रवींद्रनाथ श्रीवास्तव ‘परिचयदास’ ने बताया कि इस वर्ष कार्यक्रमों के लिए अकादमी को २क् लाख का बजट तय किया गया है, जिसमें अभी १क् लाख ही प्राप्त हुए है। हिंदी के अलावा उर्दू व पंजाबी जैसी सभी संस्थानों का प्रतिनिधित्व दिल्ली सरकार की कला संस्कृति विभाग कर रही है जो 4 से 11 अक्टूबर तक कमानी सभागार में होने वाले शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम का संचालन करेगी।


हिंदी अकादमी का कुल बजट लगभग 4 करोड़, जिसमें से कार्यक्रमों के लिए 1.5 करोड़ आवंटित किया गया। जिसे अब घटाकर मात्र 20 लाख रुपए कर दिया गया है। वित्तमंत्री अशोक वालिया ने चालू वित्त वर्ष के बजट में कला संस्कृति के लिए 46.80 करोड़ रुपए आवंटित करने का ऐलान किया था जिसे अब गेम्स के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में खर्च किया जाएगा।


अकादमियों के आवंटित बजट जारी की गई राशि
हिंदी अकादमी 1.50 करोड 20 लाख
पंजाबी अकादमी 6.50 करोड 20 लाख
उर्दू अकादम 3 करोड 20 लाख
संस्कृत अकादमी 2 करोड़ 20 लाख
सिंधी अकादमी 80 लाख 20 लाख
मैथिली भोजपुरी अकादमी-60लाख 20 लाख
(दैनिक भास्कर,दिल्ली,११.९.२०१०)

1 टिप्पणी:

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।