जीबीटीयू से संबद्ध तकनीकी कॉलेज अब पुराने छात्रों से फीस बढ़ाकर नहीं ले सकेंगे। जीबीटीयू ने इसके लिए प्रदेश भर के सभी प्राईवेट कॉलेजों को आदेश दिये हैं। कहा गया है कि अगर कोई भी कॉलेज अध्ययनरत द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ वर्ष के छात्र से प्रथम वर्ष के सापेक्ष अधिक फीस लेगा तो, उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। इतना ही नहीं छात्रों को प्रवेश के समय कार्स की जो फीस बतायी गई थी, पूरे कोर्स में वहीं शुल्क लिया जाएगा।अगस्त महीने में नोएडा के एमजीएम कॉलेज में पुराने छात्रों से अधिक फीस लेने का मामला सामने आया था। इसको लेकर छात्रों ने कॉलेज के बाहर सड़क पर प्रदर्शन भी किया था।
इसी तरह के मामले प्रदेश भर से गौतमबुद्ध प्राविधिक विश्वविद्यालय प्रशासन के पास पहुंचे हैं। जिसके बाद जीबीटीयू ने सभी प्राईवेट कॉलेजों को पुराने छात्रों से प्रवेश के समय निर्धारित फीस ही लेने के आदेश दिये हैं। अगर कॉलेज प्रशासन इसके बाद भी किसी छात्र से अधिक फीस लेते हैं तो उस कॉलेज की मानयता समाप्त भी की जा सकती हैं। गौतमबुद्ध प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुल सचिव यूएस तोमर की माने तो प्रदेश भर से अगस्त महीने में करीब 20 से अधिक प्राईवेट कॉलेजों के खिलाफ अधिक फीस लेने की शिकायत आयी है जिनके आधार पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह कॉलेजों पर कार्यवाही करने का फैसला लिया हैं(हिंदुस्तान,ग्रेटर नोएडा,3.9.2010)।
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