महिंद्रा सत्यम भर्तियों पर लगी रोक हटाते हुए 3,000 नई नियुक्तियां करने जा रही है। कभी सत्यम कंप्यूटर्स के नाम से मशहूर यह आईटी कंपनी देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घोटाले का शिकार बनी थी। जनवरी, 2009 में सत्यम के संस्थापक व चेयरमैन बी. रामलिंगा राजू ने कंपनी में हजारों करोड़ रुपये की हेराफेरी स्वीकार की थी। इसके बाद इस संकटग्रस्त कंपनी में नई भर्तियां बंद कर दी गईं। बीते साल अप्रैल में टेक महिंद्रा ने इसे खरीद लिया और इसका नाम बदलकर महिंद्रा सत्यम कर दिया। अब तो इस कंपनी की वित्तीय सेहत में भी खासा सुधार आया है। महिंद्रा सत्यम के नियुक्ति प्रमुख एमवी. श्रीधर ने कहा कि कंपनी शुरुआती स्तर के कर्मचारियों की कैंपसों से भर्ती करेगी। अगले महीने से यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। कंपनी में फिलहाल 30 हजार कर्मचारी हैं(दैनिक जागरण,दिल्ली,११.९.२०१०)।
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