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21 सितंबर 2010

खेल के होमवर्क में जुटेंगे बच्चे

राष्ट्रमंडल खेल के रंग में रंगी दिल्ली और उससे जुड़े तमाम विभागों के बाद अब स्कूल भी खेल के प्रोत्साहन में जुट गए हैं। बच्चे शेरा के साथ धमाल मचा रहे हैं तो वहीं शिक्षक बच्चों के इस धमाल को पढ़ाई का हिस्सा बनाने में जुट गए हैं। इस कड़ी में छुट्टियों में बच्चे होमवर्क भी शेरा के साथ करेंगे। राष्ट्रमंडल खेल को लेकर दिल्ली के सभी स्कूलों में पढ़ाई में खेल का तड़का तो पहले से ही दिया जा रहा है। शेरा स्कूली बच्चों के साथ धमाल मचा रहा है। छुट्टियों में भी शेरा का साथ बच्चों को मिलता रहे, इसकी तैयारी में शिक्षक जुट गए हैं। खेलों के दौरान छुट्टियों में दिए जाने वाले होमवर्क को भी खेलों से जोड़ा गया है। अंग्रेजी से लेकर सामाजिक विज्ञान में भी खेल दिखाई देगा। डीएवी कॉलेज कमेटी की उपाध्यक्ष मिनाक्षी शर्मा ने बताया कि कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान होनी वाली छुट्टियों में बच्चों के दिमाग में खेल के प्रति उत्साह बनी रहे इसके लिए होमवर्क को खेल से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि इस तरह के होमवर्क को खासतौर से तैयार किया जा रहा है ताकि बच्चे छुट्टियों में खेल का भी मजा ले सकें। उन्होंने बताया कि होमवर्क को तीन स्तर पर तैयार किया गया है। पांचवीं से लेकर सातवीं तक के होमवर्क को एक स्तर, नौवीं और दसवीं को दूसरे स्तर पर, ग्यारहवीं और बारहवीं को एक स्तर पर तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि छात्रों को एक खिलाड़ी के तौर पर पेश कर आलेख खिलने को दिया जाएगा, तो दूसरी तरफ आयोजन समिति के एक सदस्य की भूमिका दी गई है। इस भूमिका में छात्रों को मीडिया के अलावा अंदर की खबरों को लिखना होगा। बच्चों में खेल के प्रति उत्साह जागे इसके लिए कई और विषयों को भी खेल से जोड़ा गया है। उनका कहना है कि सामाजिक विज्ञान में ऐसे प्रश्न दिए जा रहे हैं जो राष्ट्रमंडल खेल को और खेलों से अलग कर विशेष महत्व प्रदान करें(विभूति कुमार रस्तोगी,दैनिक जागरण,दिल्ली,21.9.2010)।

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