सर्वेक्षण प्रक्रिया
एनसीआर के स्कूलों का सर्वेक्षण सरल, सहज काम नहीं है। तीन चरणों में सर्वे कराए गए। पहले चरण में नोएडा, गुड़गांव, फरीदाबाद और गाजियाबाद के स्कूलों से उनकी शैक्षणिक , गैरशैक्षणिक जानकारी के साथ ही छात्रों की उपलब्धि और शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया। रिसर्च एजेंसी सी फोर ने दूसरे चरण के लिए इनमें से चुनिंदा स्कूलों की सूची तैयारी की। इस चरण में प्रत्येक शहर में पांच सौ अभिभावकों और शिक्षकों पर सर्वे कराया गया। स्कूलों का मूल्यांकन करने के टेबल में बाईं ओर दिए गए मानदंडों के अनुरूप, 10 स्कूलों के बारे में उनसे सवाल पूछे गए। मानदंड विशेषज्ञों की समिति के सुझाव पर तैयार किए गए। इस समिति में यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर यशपाल, डीपीएस आरके पुरम की प्रधानाचार्या श्यामा चोना, कानूनविद् अशोक अग्रवाल, राष्ट्रीय शिक्षा का अधिकार आयुक्त किरण भट्टी और बाल मनोविशेषज्ञ जितेंद्र नागपाल शामिल थे। स्कूलों की रैंकिंग के लिए पहले चरण में लिए गए आंकड़ों को भी शामिल किया गया। तीसरे चरण में सी-फोर के शोधकर्ताओं ने इन स्कूलों का दौरा कर इनका जायजा लिया और स्कूलों की अंतिम रैंकिंग तैयार की
(हिंदुस्तान,दिल्ली,20.9.2010)।
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