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18 सितंबर 2010

हिमाचलःवानिकी छात्रों की मांग गूंजेगी संसद में

हिमाचल प्रदेश के वानिकी छात्रों की प्रमुख मांगे अब संसद में उठेगी। इसी सप्ताह हिमाचल प्रदेश के दौरे पर आए गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ ने वानिकी छात्र संगठन को आश्वासन दिया कि वह उनकी मांग को संसद, यूपीएसई, वन एवं पर्यावरण मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री के समक्ष उठाएंगे। भारतीय प्रशासनिक सेवा में अभी तक वानिकी को प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा में स्थान नहीं दिया गया है।

इंजीनियरिंग विषय का छात्र इंडियन इंजीनियर सर्विस, इकॉनोमिक्स का छात्र भारतीय इकॉनोमिक्स सर्विस में जाता है, लेकिन इंडियन फॉरेस्ट सर्विस में वानिकी विषय से ज्यादा साइंस विषयों के छात्र भी बाजी मार रहे हैं, जो वानिकी विषय के छात्रों के साथ अन्याय है। यही स्थिति इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट भोपाल का है। इस संस्थान के लिए आयोजित होने वाली कैट परीक्षा में मैथ, रिजनिंग व अन्य विषय होते हैं।

यह विषय वानिकी में नहीं पढ़ाए जाते, जिससे कैट परीक्षा में वानिकी छात्रों का चयन नहीं हो पाता। ऐसे में फॉरेस्ट का प्रबंधन उन लोगों के हाथ में चला जाता है, जिनका वानिकी से नाता नहीं है। इससे वानिकी विषयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों में रोष है। ग्लोबल वार्मिग व क्लाईमेंट चेंज के कारण वानिकी आज महत्वपूर्ण विषय है, लेकिन सरकारी नीतियों के कारण इस विषय में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को आज भी मायूस होना पड़ता है।

वानिकी छात्र संगठन का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष अनु ठाकुर की अध्यक्षता में सांसद योगी आदित्यनाथ मिला। सांसद ने आश्वासन दिया कि उनकी मांग को वह संसद में उठाएंगे। इस अवसर पर शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद वीरेंद्र कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव बिंदल, विधायक डॉ. रामलाल मारकंडे व डॉ. राजीव सैजल भी उपस्थित थे।

वानिकी छात्र संगठन के अध्यक्ष अनु ठाकुर ने बताया कि योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर हैरानी जताई कि इंडियन फॉरेस्ट सर्विसिज में अन्य विज्ञान विषयों के छात्र हिस्सा ले रहे हैं। प्रदेश में रेंज ऑफिसर पद के लिए 70 फीसदी पद वानिकी से जबकि 30 फीसदी पद अन्य साइंस विषयों से भरे जाते हैं। उन्होंने मांग की है कि 100 फीसदी सीटें वानिकी से भरी जाएं।

नेशनल फॉरेस्ट कमीशन और नेशनल फॉरेस्ट पॉलिसी 1988 के तहत वानिकी विषयों को प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल करने का प्रावधान है, लेकिन न तो आईएएस और न ही एचएएस में वानिकी विषय को प्रतियोगी परीक्षा में स्थान दिया गया है(यशपाल कपूर,दैनिक भास्कर,सोलन,14.9.2010)।

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