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14 सितंबर 2010

जम्मूःउपद्रवियों ने जलाए बेरोजगारों के सपने

अलगाववादियों के बहकावे में आकर घाटी को हिंसा की आगे में झोंकने वाले युवा यह भूल गए हैं कि वे अपनों का ही भविष्य जला रहे हैं। ईद के दिन उपद्रवियों ने पावर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट (पीडीडी) में आग लगाकर करीब सात हजार दैनिक वेतनभोगियों सहित सैकड़ों स्थायी कर्मचारियों का सर्विस रिकार्ड भी जला दिया, जिसे फिर से जुटाने में महीनों लगेंगे। पिछले 16 वर्षो से बिजली विभाग में कार्यरत कश्मीर डिवीजन के करीब सात हजार दैनिक वेतनभोगियों ने स्थायी नियुक्ति की आस में अपने कीमती दस्तावेजों सहित चीफ इंजीनियर कार्यालय श्रीनगर में लिस्ट जमा कराई थी। यही नहीं ड्यूटी के दौरान मरने वालों के परिजनों का एसआरओ-43 के तहत नौकरी के लिए आवेदन पत्र, उसके साथ असली दस्तावेज जिसमें स्टेट सब्जेक्ट, डेथ सर्टिफिकेट, शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र व डिपेंडेंट सर्टिफिकेट संलग्न किए गए थे। ये सब आग की भेंट चढ़ गए। चीफ इंजीनियर कार्यालय श्रीनगर में कार्यरत कर्मचारियों के सर्विस रिकार्ड, मेडिकल क्लेम बिल व बिजली सप्लाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए तैयार की गई वार्षिक योजना की रिपोर्ट भी आग में स्वाहा हो गई। चीफ इंजीनियर मंजूर का कहना है कि रिकार्ड को फिर से जुटाया जाएगा, लेकिन इसमें महीनों लग जाएंगे। ऑल जेएंडके पावर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट डेलीवेजर एसोसिएशन के राज्य प्रधान तरुण गुप्ता ने कहा कि हिंसा पर उतारू भीड़ को यह सोचना चाहिए कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर वह अपना ही नुकसान कर रहे हैं। चीफ इंजीनियर कार्यालय में लगी आग में कर्मचारियों व दैनिक वेतनभोगियों के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज राख हो गए, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। इन रिकार्ड को जुटाने में अब कई महीने लग जाएंगे(दैनिक जागरण,राष्ट्रीय संस्करण,14.9.2010)।

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