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04 सितंबर 2010

सीबीएसइस्कूल होंगे डिजिटल

अब जल्द ही सीबीएसइ के सभी स्कूलों में डिजिटल तरीके से पढ़ाई होगी. सभी स्कूलों को जारी सर्कुलर में कहा गया है क्लास म टीचिंग को इनफॉरमेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी (आइसीटी) से जोड़ें. फिलहाल कम से कम एक क्लास रूम को इस तरह से बनाया जाये, जिससे छात्रों को वहां डिजिटल मैटीरियल के जरिये पढ़ाया जा सके. सीबीएसइ चेयरमैन विनीत जोशी ने सभी स्कूलों को सलाह दी है क्लास रूम में यूपीएस सिस्टमवाले कंप्यूटर लगायें.

डिजिटल क्लास रूम सिस्टम को बढ़ावा दें. स्कूलों में क्रिऐटव कंप्यूटिंग क्लब बनाये जायें, ताकि छात्र आइसीटी को बेहतर तरीके से समझ सकें. सभी सीबीएसइस्कूल..सकरुलर में कहा गया है कि सीसीइ स्कीम में स्कूलों के पास काफ़ी ऑप्शन हैं, जहां पर वे आइसीटी का प्रयोग कर सकते हैं. इससे क्लास रूम टीचिंग का माहौल भी बदल जायेगा. ऑनलाइन क्विज का आयोजन किया जा सकता है.

इससे छात्र को स्कूल लेवल पर ही कांपिटिटिव एग्जाम का अनुभव भी मिल सकेगा.छात्र बेहतर तरीके से सब्जेक्ट को समङोंगेबोर्ड का कहना है क्वालिटी टीचिंग के लिए आइसीटी बहत बड़ी भूमिका निभा सकती है. बॉयोकेमिस्ट्री, बॉयोइनफ़ॉरमेटिक्स, एनवायरनमेंटल साइंस, फ़रेंसिक साइंस, नैनो-टेक्नोलॉजी जैसे सब्जेक्ट का टीचिंग प्रोसेस सिर्फ़ किताबों पर ही निर्भर नहीं रह सकता, बल्कि छात्र को डिजिटल टेक्नोलॉजी के जरिये भी समझाना होगा, तभी छात्र बेहतर तरीके से सब्जेक्ट को समझ पायेंगे.

सभी जिलों को जारी किया गया सर्कुलरक्या है सर्कुलर में- क्लास म टीचिंग को इनफॉरमेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी से जोड़ें- क्लास रूम में यूपीएस सिस्टमवाले कंप्यूटर लगायें- डिजिटल क्लास रूम सिस्टम को बढ़ावा दें- स्कूलों में क्रिऐटव कंप्यूटिंग क्लब बनाये जायें(प्रभात खबर,4.9.2010)

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